कांगड़ा के प्राइवेट स्कूलों की मनमर्जी अब शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली और योजनाओं पर भारी पड़ने लगी है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबद्घता प्राप्त प्राइवेट स्कूल अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए शिक्षा विभाग के आदेशों को नहीं मान रहे।
सरकारी स्कूलों का भी पांच वर्षों के परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट देने में हाल खराब है। अब तक केवल 20 फीसदी स्कूलों की ही रिपोर्ट शिक्षा विभाग के पास पहुंच पाई है, जबकि कई स्कूलों ने आधी-अधूरी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी है।
विभाग से बार-बार जारी आदेशों के बाद भी पिछले पांच साल का दसवीं और जमा दो के वार्षिक परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को नहीं भेजी जा रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो इन दोनों कक्षाओं में स्कूलों का परीक्षा परिणाम ठीक नहीं रहा है। इसी का नतीजा है कि स्कूल शिक्षा विभाग के आदेशों को नहीं मान रहे हैं।
जिले के एक भी निजी स्कूल नहीं भेजी रिपोर्ट- जिला कांगड़ा में 164 हाई और 291 के करीब सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं। इनमें से केवल 20 फीसदी स्कूलों ने ही पांच वर्षों के परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट भेजी है, जबकि कांगड़ा के एक भी निजी स्कूल ने यह रिपोर्ट अब तक नहीं भेजी है।
दो दिन में रिपोर्ट न देने पर होगी कार्रवाई- उधर, उच्च शिक्षा उपनिदेशक, कांगड़ा कमल किशोर गुप्ता ने बताया कि दो दिन के अंदर यदि स्कूल विशेष संदेशवाहक के माध्यम से रिपोर्ट शिक्षा विभाग को रिपोर्ट नहीं भेजते हैं, तो स्कूल मुखिया के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। रिपोर्ट न भेजने पर निजी स्कूलों की संबद्घता भी रद्द हो सकती है।
कांगड़ा के प्राइवेट स्कूलों की मनमर्जी अब शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली और योजनाओं पर भारी पड़ने लगी है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबद्घता प्राप्त प्राइवेट स्कूल अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए शिक्षा विभाग के आदेशों को नहीं मान रहे।
सरकारी स्कूलों का भी पांच वर्षों के परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट देने में हाल खराब है। अब तक केवल 20 फीसदी स्कूलों की ही रिपोर्ट शिक्षा विभाग के पास पहुंच पाई है, जबकि कई स्कूलों ने आधी-अधूरी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी है।
विभाग से बार-बार जारी आदेशों के बाद भी पिछले पांच साल का दसवीं और जमा दो के वार्षिक परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को नहीं भेजी जा रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो इन दोनों कक्षाओं में स्कूलों का परीक्षा परिणाम ठीक नहीं रहा है। इसी का नतीजा है कि स्कूल शिक्षा विभाग के आदेशों को नहीं मान रहे हैं।
जिले के एक भी निजी स्कूल नहीं भेजी रिपोर्ट- जिला कांगड़ा में 164 हाई और 291 के करीब सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं। इनमें से केवल 20 फीसदी स्कूलों ने ही पांच वर्षों के परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट भेजी है, जबकि कांगड़ा के एक भी निजी स्कूल ने यह रिपोर्ट अब तक नहीं भेजी है।
दो दिन में रिपोर्ट न देने पर होगी कार्रवाई- उधर, उच्च शिक्षा उपनिदेशक, कांगड़ा कमल किशोर गुप्ता ने बताया कि दो दिन के अंदर यदि स्कूल विशेष संदेशवाहक के माध्यम से रिपोर्ट शिक्षा विभाग को रिपोर्ट नहीं भेजते हैं, तो स्कूल मुखिया के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। रिपोर्ट न भेजने पर निजी स्कूलों की संबद्घता भी रद्द हो सकती है।