सोमवार तड़के ऊना जिले की सहकारी समितियों और इफको के गोदामों में पहुंची 315 टन खाद को खरीदने के लिए दिनभर लोग लाइनों में लगे रहे। गेहूं की बिजाई में जुटे किसानों को 12-32-16 खाद की कितनी जरूरत थी, यह अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक ही दिन में टनों के हिसाब से खाद की बिक्री हो गई। हालांकि कुछ इलाकों में सोमवार को खाद की खेप नहीं पहुंची। इफको का कहना है कि अभी होशियारपुर से 200 टन की खेप आएगी और जिन केंद्रों में अभी खाद नहीं पहुंची है वहां देर शाम या अल सुबह गाड़ियां पहुंच जाएंगी।
जिले के अधिकतर खाद वितरण केंद्रों में सुबह सात बजे से नौ बजे तक खाद पहुंच गई। लोगों को जैसे ही जानकारी मिली, केंद्रों में जा पहुंचे। किसान राहुल कुमार, किश्न चंद, राकेश कुमार का कहना है इस समय छोटे किसानों को खाद की अधिक जरूरत थी। बड़े किसान तो अभी आलू को निकालने (पटाई) के काम में जुटे हुए हैं। लेकिन खाद न होने के कारण उन्हें फसल बीजने में देरी हो रही थी। खाद आने से बड़ी राहत मिली है।
पंडोगा इफको गोदाम के प्रबंधक मनजीत सैनी ने बताया कि सोमवार सुबह सात बजे खाद से लदी गाड़ी उनके यहां पहुंच गई। उनके गोदाम के लिए 340 बोरियों की खेप पहुंची। इसमें से 200 तो सोमवार को ही बिक गई। इफको के एरिया प्रबंधक भुवनेश पठानिया ने बताया कि 200 टन की खेप आना बाकी है। इसकी सप्लाई मुबारिकपुर, कुठेड़ा जसवालां, त्यूड़ी, घंडावल, मवां, थानाकलां समेत उन सभी इलाकों में होगी, जहां अभी खाद नहीं पहुंची है। इसके अलावा 75 टन खाद हिमफैड की भी सप्लाई की गई है।
एक-दो दिन में दूर हो जाएगी खाद की कमी : गणेश
हिमफैड के अध्यक्ष गणेश दत्त ने बताया कि प्रदेश में एक-दो दिन के भीतर खाद की कोई कमी नहीं रहेगी। 2600 मीट्रिक टन खाद की खरीद कर ली गई है। ऊना में सप्लाई पहुंच गई है। पूरे प्रदेश में इसका आवंटन हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पूरे देश में कुछ दिन पहले खाद की कमी हो गई थी।
इसका रॉ मैटेरियल चीन से आता है। चीन की ओर से इस मैटेरियल पर बाहर भेजने से बैन लगाने के चलते समस्या खड़ी हुई। भारत सरकार ने इसका हल निकाल लिया है। 12:32:16 खाद की मांग बीते दिनों अधिक थी। हिमाचल प्रदेश के लिए जरूरत से अधिक खाद का आर्डर जारी किया गया है। जल्द ही यह समस्या पूरी तरह से दूर हो जाएगी।
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सोमवार तड़के ऊना जिले की सहकारी समितियों और इफको के गोदामों में पहुंची 315 टन खाद को खरीदने के लिए दिनभर लोग लाइनों में लगे रहे। गेहूं की बिजाई में जुटे किसानों को 12-32-16 खाद की कितनी जरूरत थी, यह अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक ही दिन में टनों के हिसाब से खाद की बिक्री हो गई। हालांकि कुछ इलाकों में सोमवार को खाद की खेप नहीं पहुंची। इफको का कहना है कि अभी होशियारपुर से 200 टन की खेप आएगी और जिन केंद्रों में अभी खाद नहीं पहुंची है वहां देर शाम या अल सुबह गाड़ियां पहुंच जाएंगी।
जिले के अधिकतर खाद वितरण केंद्रों में सुबह सात बजे से नौ बजे तक खाद पहुंच गई। लोगों को जैसे ही जानकारी मिली, केंद्रों में जा पहुंचे। किसान राहुल कुमार, किश्न चंद, राकेश कुमार का कहना है इस समय छोटे किसानों को खाद की अधिक जरूरत थी। बड़े किसान तो अभी आलू को निकालने (पटाई) के काम में जुटे हुए हैं। लेकिन खाद न होने के कारण उन्हें फसल बीजने में देरी हो रही थी। खाद आने से बड़ी राहत मिली है।
पंडोगा इफको गोदाम के प्रबंधक मनजीत सैनी ने बताया कि सोमवार सुबह सात बजे खाद से लदी गाड़ी उनके यहां पहुंच गई। उनके गोदाम के लिए 340 बोरियों की खेप पहुंची। इसमें से 200 तो सोमवार को ही बिक गई। इफको के एरिया प्रबंधक भुवनेश पठानिया ने बताया कि 200 टन की खेप आना बाकी है। इसकी सप्लाई मुबारिकपुर, कुठेड़ा जसवालां, त्यूड़ी, घंडावल, मवां, थानाकलां समेत उन सभी इलाकों में होगी, जहां अभी खाद नहीं पहुंची है। इसके अलावा 75 टन खाद हिमफैड की भी सप्लाई की गई है।
एक-दो दिन में दूर हो जाएगी खाद की कमी : गणेश
हिमफैड के अध्यक्ष गणेश दत्त ने बताया कि प्रदेश में एक-दो दिन के भीतर खाद की कोई कमी नहीं रहेगी। 2600 मीट्रिक टन खाद की खरीद कर ली गई है। ऊना में सप्लाई पहुंच गई है। पूरे प्रदेश में इसका आवंटन हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पूरे देश में कुछ दिन पहले खाद की कमी हो गई थी।
इसका रॉ मैटेरियल चीन से आता है। चीन की ओर से इस मैटेरियल पर बाहर भेजने से बैन लगाने के चलते समस्या खड़ी हुई। भारत सरकार ने इसका हल निकाल लिया है। 12:32:16 खाद की मांग बीते दिनों अधिक थी। हिमाचल प्रदेश के लिए जरूरत से अधिक खाद का आर्डर जारी किया गया है। जल्द ही यह समस्या पूरी तरह से दूर हो जाएगी।