आज का दिन आपके जीवन में कई बदलाव ला सकता है। कुंडली में शनि से पीड़ित चल रहे लोगों के लिए यह दिन काफी उपयुक्त है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन शनि देव से कल्याण के लिए स्त्रोत, मंत्र, दान, जप व तप करना चाहिए।
आचार्य दीपक पांडेय और ज्योतिषी स्वाति सक्सेना का कहना है कि यूं तो हर माह अमावस्या पड़ती है, पर शनिवार के दिन अमावस्या पड़ने को शनैश्चरी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। अमावस्या तिथि पितरों के लिए मानी जाती है। ऐसे में शनि देव के जितने दुष्प्रभाव होते हैं वे इस दिन पूजा पाठ से दूर होते हैं और अच्छा फल भी मिलता है। इस दिन दान पुण्य, पूजा, जप और तप करना चाहिए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में वृश्चिक, मकर और धनु राशि पर शनि का प्रभाव रहेगा। तीनों राशियां साढ़े साती से ग्रसित रहेंगी।
- भूलकर भी माता-पिता का अपमान न करें
- बहन और भांजी को दान दें
- पूर्वजों का श्राद्ध करें या उन्हें भोजन का भोग लगाएं
- भूलकर भी मांस और मदिरा का प्रयोग न करें
- काले कपड़े में सवा किलोग्राम काला तिल भर कर दान करें
- हनुमानजी को चोला चढ़ाएं
- हनुमान चालीसा का अधिक से अधिक दान करें
- शनिवार को बाल न कटवाएं
- पीपल के वृक्ष पर सात प्रकार के अनाज चढ़ाकर जरूरतमंदों में बांट दें
इस दिन लोहे की कटोरी में सरसों का तेल भरकर उसमें अपना चेहरा देखकर उसे दान करें। यह उपाय संध्या के समय करना उत्तम होगा या फिर शनि महाराज को तेल से स्नान भी करवा सकते हैं।