देश भर की करोड़ों महिलाएं आज करवा चौथ मना रहीं हैं। उन्होंने व्रत रखा हुआ है। चांद के दीदार और पूजा-अर्चना के बाद महिलाओं ने अपना अपना व्रत खोल लिया है, लेकिन करवा चौथ का व्रत रखने, उसकी कथा पढ़ने और सुनने वाली महिलाओं पर राजस्थान के एक सरकारी स्कूल के टीचर ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इन सभी महिलाओं को शिक्षक ने गधी बता दिया। मामला सामने आने के बाद लोग शिक्षक के विरोध में उतर आए और एसडीएम के पास पहुंचकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
जानकारी के अनुसार मामला राजस्थान के उदयपुर जिले के झाडोल का है। झाडोल के दमाणा गांव में एक सरकारी स्कूल है। जहां पदस्थ केशूलाल प्रजापति इंग्लिश का शिक्षक है। गुरुवार को उसने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर एक पोस्ट शेयर किया। जिसमें लिखा हुआ था कि करवा चौथ व्रत रखने वाली और कथा सुनाने वाली महिलाएं गधी बनती हैं।
मामला सामने आने के बाद हिंदू संगठनों, महिला मोर्चा और व्यापार मंडल शिक्षक का विरोध किया और कार्रवाई की मांग को लेकर थाने पहुंच गए। थाना अधिकारी को आरोपी शिक्षक केशूलाल प्रजापति के खिलाफ लिखित शिकायत दी गई है। साथ ही ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय जाकर भी आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मामला बढ़ता देख स्कूल के प्रिंसिपल मनीष जोशी ने शिक्षक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
इधर, विरोध और कार्रवाई के डर से आरोपी शिक्षक ने शाम सात बजे टिप्पणी को लेकर माफी मांगी। उसने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर माफीनामा शेयर कर लिखा मैं क्षमा प्रार्थी हूं और ईश्वर मुझे माफ करने की दया करें। विरोध को देखते हुए गुरुवार को शिक्षक स्कूल भी नहीं गया। बताया जा रहा है कि वह मेडिकल लीव पर है।
लोगों का कहना है कि आरोपी शिक्षक ने यह पहली बार नहीं किया है। इससे पहले भी वह हिंदू त्योहारों पर आपत्तिजनक टिप्पणी शेयर कर लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काता रहता है। इसे लेकर ग्रामीणों ने उसे कई बार समझाइश दी, लेकिन वह अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है। ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने इस बार पुलिस से आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।