लीना मणिमेकलाई की फिल्म 'काली' का इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब पोस्टर वायरल हो रहा है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर खूब बवाल हो रहा है। इस तस्वीर में देवी काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था। लीना मणिमेकलई द्वारा बनाई गई फिल्म के पोस्टर को टोरंटो में टोरंटो मेट्रोपोलियन यूनिवर्सिटी द्वारा ऑर्गेनाइज किए गए आगा खान म्यूजियम में मल्टीमीडिया स्टोरीटेलिंग प्रोजेक्ट, अंडर द टेंट के हिस्से के रूप में दिखाया गया था। इसका खूब विरोध हो रहा। विरोध के दौरान एक कम्यूनिटी ने वहां के प्रधानमंत्री को एक शिकायती खत भेजा था। खत में लिखा था मां काली को स्मोकिंग करते हुए दिखाया जाना काफी आहत करता है। जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने इस मामले पर माफी मांगी है।
माफी मांगते हुए फिल्म के ऑर्गेनाइजर्स ने लिखा- 'हमें खेद है कि शनिवार 2 जुलाई को कुछ सामग्री की वजह से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं और हम इस मामले में कार्रवाई के लिए कदम उठा रहे हैं। हम समानता, विविधता लिए प्रतिबद्ध हैं, जबकि साथ ही हमारे समाज में विश्वास और हर किसी के दृष्टिकोण का सम्मान करते हैं। हम संवेदनशील रूप से जटिल विषयों का पता लगाने और उनकी जांच करने की आवश्यकता को स्वीकार करते हैं'।
फिल्म को लेकर हो रहे बवाल के बीच आयोजकों ने ये तय किया है कि अब इसकी स्क्रीनिंग नहीं होगी। टोरंटो मेट्रोपोलियन यूनिवर्सिटी का कहना है कि इस फिल्म ने संवेदनशीलता पैदा की है, इसलिए अब इसको दिखाने की कोई योजना नहीं है। बता दें कि आगा खां म्यूजियम में 'अंडर द टेंट' प्रोजेक्ट के तहत इस फिल्म को दिखाया जाना था।
काली के पोस्टर पर हो रहे विवाद पर पॉलिटिकल पार्टियां भी इसकी निंदा कर रही हैं। अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत ने मेकर को मारने की धमकी दे डाली। महंत राजूदास ने तो मेकर्स को फिल्म न रिलीज करने का भी आदेश दे दिया था। वहीं इस मामले को लेकर दिल्ली, बिहार और यूपी पुलिस ने लीना मणिमेकलाई के खिलाफ उनकी नई डॉक्यूमेंट्री 'काली' के विवादित पोस्टर को लेकर शिकायत भी दर्ज की है।