जॉनी लीवर फिर से हिंदी सिनेमा में अपना जलवा दिखाने की इन दिनों लगातार कोशिशें कर रहे हैं। निर्माता निर्देशकों से उनकी बैठकें, मुलाकातें भी चल रही हैं लेकिन हिंदी सिनेमा से हास्य कलाकारों का पत्ता कटने के बाद से सिर्फ उनको ही नहीं बल्कि तमाम दूसरे चरित्र अभिनेताओं को भी खासी दिक्कतों का सामना इन दिनों करना पड़ रहा है। लेकिन, एक दौर ऐसा भी था जब जॉनी लीवर के पास सांस लेने की भी फुर्सत नहीं होती थी और जॉनी लीवर कभी-कभी अपनी जगह अपने डुप्लीकेट जॉनी निर्मल को फिल्मों की शूटिंग पर भेज देते थे। लेकिन, इस चक्कर में मामला ऐसा भी हुआ कि तमाम जगहों पर डुप्लीकेट को ओरीजनल से ज्यादा तवज्जो मिलने लगी। और, इन जगहों में से एक जगह खुद जॉनी लीवर भी शामिल हो गए। चलिए बताते हैं आपको हिंदी सिनेमा का ये दिलचस्प किस्सा..
असली ने नकली को किया प्रमोट
जॉनी निर्मल कहते हैं, "सबसे ज्यादा मुझे जॉनी भाई ने ही प्रमोट किया। वह मुझे अपने छोटे भाई जैसा मानते थे। मैंने जॉनी भाई की कई फिल्मों में उनकी अनुपस्थित में जॉनी लीवर बनकर काम किया है। अनिल कपूर की एक दिन का मुख्यमंत्री बनने वाली फिल्म 'नायक' जैसी कई फिल्मों में मैंने जॉनी भाई के काम को पूरा किया। और, पर्दे पर देखकर दर्शक भी नहीं भांप पाए कि मैं असली नहीं हूं।”
“जॉनी भाई ने ही बढ़ाया हौसला”
जॉनी निर्मल का असली नाम निर्मल गुनेरिया है। वह कहते हैं, "अपने डुप्लीकेट के रूप में देखकर मुझे जॉनी भाई ने ही जॉनी निर्मल नाम दिया था। फिर वह ही एक दिन सलाह दिए कि दूसरे की छाप बनकर कब तक काम करोगे, अपनी पहचान खुद बनाओ। उसके बाद से ही मैंने अपने असली नाम निर्मल गुनेरिया के रूप में काम करना शुरू कर दिया।”
“दूसरों ने बिगाड़ दिए भाई से रिश्ते”
जॉनी निर्मल को जॉनी लीवर लंबे समय तक बिलकुल अपने छोटे भाई जैसा ही मानते रहे। बताते हैं एक दिन जॉनी निर्मल किसी काम से जॉनी लीवर के घर गए। दरवाजा जॉनी लीवर की मां ने खोला। जॉनी निर्मल को वह अपना बेटा जॉनी लीवर ही समझ बैठीं और बोली, "तू तो सफेद कलर की टी-शर्ट पहनकर गया था, ये लाल कलर की टी-शर्ट कहां से पहन आया।" इस बात का जिक्र जॉनी निर्मल ने अपने दोस्तों के बीच किया और ये किस्सा बाद में हिंदी फिल्म जगत में फैलता ही चला गया। बीच में लोगों ने शरारत ये की कि पूरे किस्से में से मां को निकालकर इसे अपने हिसाब से इसमें ट्विस्ट करते गए। यहीं से दोनों के बीच पहली बार खटास आनी शुरू हो गई।
“बहुत भोले हैं जॉनी लीवर”
जॉनी निर्मल कहते है, "अच्छा कलाकार दिल का भी सच्चा होता है। जॉनी भाई भी दिल के साफ इंसान हैं। वह हर किसी की बात पर विश्वास कर लेते हैं। जिससे ये बात ताल्लुक रखती है, उससे सच्चाई जानने की कोशिश नहीं करते। एक बार अभिनेता अक्षय कुमार से मेरी मुलाकात हुई तो वह बोले, तुम तो जॉनी के भाई जैसे लगते हो। मैंने भी कह दिया कि हां, जॉनी भाई मुझे अपना छोटा भाई ही समझते हैं। इसके बाद लोगों के अफवाह ये उड़ गई कि मैं लोगों से जॉनी लीवर का छोटा भाई बनकर काम मांग रहा हूं।”