आज संगीतकार आर डी बर्मन का जन्मदिन है। आर डी बर्मन को सब प्यार से 'पंचम दा' भी कहते थे। 27 जून 1939 को कलकत्ता में जन्में 'पंचम दा' महज 54 साल की उम्र में हम सबको छोड़ कर चले गए। भारतीय फिल्म जगत में हमेशा याद रहने वाले नामों में से एक हैं राहुल देव बर्मन, जिनके नाम और काम से शायद ही कोई अनजान हो।
पंचम दा से पहले और पंचम दा के बाद, अब तक कोई ऐसा नहीं हुआ जिसने फिल्म इंडस्ट्री को इतने बेहतरीन और लाजवाब गाने दिए हों। फिल्मी दुनिया में आर डी बर्मन 'पंचम दा' के नाम से विख्यात थे और उन्होंने अपने करियर के दौरान लगभग 300 फिल्मों में संगीत दिया। आर डी बर्मन के पिता सचिन देव बर्मन जाने-माने संगीतकार और गायक थे और उनकी मां मीरा भी गीतकार थीं।
आर डी बर्मन को फिल्मों में पहला ब्रेक महमूद की फिल्म 'छोटे नवाब' में। पंचम दा ने महमूद की फिल्म भूत बंगला में एक्टिंग भी की थी। आर डी बर्मन को मिर्ची खाने का शौक था और वह अपने नर्सरी गार्डन में अलग-अलग तरह की मिर्ची उगाते थे।
महज 9 साल की उम्र में पंचम दा ने अपना पहला संगीत “ऐ मेरी टोपी पलट के” को दिया, जिसे फिल्म “फ़ंटूश” में उनके पिता ने इस्तेमाल किया। कम ही लोगों को इस बात की जानकारी है कि आर डी ने जब पहली बार लता को देखा, तो वह शॉर्ट्स पहने हुए ही उनका ऑटोग्राफ लेने आ गए थे।
शायद आप नहीं जानते होंगे कि आर डी बर्मन बर्मन को सबसे पहले निरंजन नामक फिल्मकार ने ‘राज’ के लिए 1959 में साइन किया था। आरडी ने दो गाने रिकॉर्ड भी किए। पहला गाना आशा भोसले और गीता दत्त ने तथा दूसरा शमशाद बेगम ने गाया था। यह फिल्म बाद में बंद हो गई।