बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अशोक कुमार ने अपनी शानदार एक्टिंग से सभी को अपना दीवाना बना लिया था। वह बॉलीवुड के पहले अभिनेता थे जो हीरो बने, लोग उनको दादा मुनि के नाम से जानते थे। उनका ये नाम ही उनका सिग्नेचर था। उस दौर में एक्टर बनना आसान नहीं था, क्योंकि एक्टिंग को तब खराब पेशा माना जाता था। यही वजह थी कि अशोक कुमार के पिता वकील थे और वह भी वकील बनना चाहते थे, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। वे हीरो बन गए, लेकिन उनके हीरो बनने से उनकी जिंदगी में उथल-पुथल मच गई। अशोक कुमार ने 21 साल पहले आज ही के दिन 90 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कहा था। इस मौके पर जानिए हीरो बनने पर उनके साथ क्या-क्या हुआ?
वकालत छोड़ भागे मुंबई
अशोक कुमार जब लॉ का पेपर पास नहीं कर पाए तो पिता के डर से वे अपनी बहन के घर मुंबई चले गए। बहन के पति शशाधर मुखर्जी उस समय बॉम्बे टॉकीज के बड़े पद पर थे। उन्होंने अशोक कुमार की नौकरी लगवा दी। वे बॉम्बे टॉकीज में साउंड इंजिनियर के तौर पर काम करने लगे थे और प्रोडक्शन के अन्य विभागों को भी संभालते थे।
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अशोक कुमार ऐसे बने हीरो
अशोक कुमार ने पहली बार बतौर अभिनेता फिल्म 'जीवन नैया' में काम किया। इस फिल्म में उन्होंने एक्टिंग के साथ गाना भी गाया था। दरअसल, अशोक कुमार को इस फिल्म में अचानक ही रोल मिल गया था। 'जीवन नैया' को अभिनेत्री देविका रानी और नज्म-उल-हसन के साथ फिल्माया जाना था, लेकिन शूटिंग के दौरान नज्म-उल-हसन की लड़ाई हो गई और वे सेट छोड़कर भाग गए। देविका बॉम्बे टॉकीज के मालिक हिमांशु की पत्नी थीं। हिमांशु ने ही डायरेक्टर से कहा की वे इस फिल्म में अशोक कुमार को बतौर हीरो कास्ट करें। देविका रानी और अशोक कुमार की जोड़ी काफी हिट रही थी।
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टूट गई अशोक की तय शादी
दरअसल, अशोक कुमार ने इंटरव्यू में बताया था कि उस दौर में माना जाता था कि कॉल गर्ल हीरोइन बनती थीं और दलाल हीरो बनते थे। जब अशोक के हीरो बनने की खबर उनके घर खंडवा पहुंची तो वहां हंगामा मच गया। मां का रो-रोकर बुरा हाल था। पिताजी परेशान थे। ऐसे में जब अशोक के हीरो बनने की खबर फैली तो उनकी तय शादी भी टूट गई थी। इसके बाद पिता ने अपने दोस्त रविशंकर शुक्ल से मुलाकात की, जो उस समय मुख्यमंत्री थी। उनसे बेटे की नौकरी के लिए बात की। शुक्ल ने उन्हें दो नौकरियों के ऑफर लेटर दिए। अशोक के पिताजी वह लेटर लेकर हिमांशु राय के पास पहुंचे, लेकिन हिमांशु ने उन लेटरों को फाड़ दिया। हिमांशु के काफी समझाने के बाद पिता ने अशोक को हीरो बनने की अनुमति दे दी।
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