सर्दियां शुरू हो चुकी हैं और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र में एक बार फिर वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। इस स्तर को बढ़ाने का आरोप दिल्ली से सटे राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों पर है, जो पराली जलाते हैं। ऐसे में एनजीटी ने अपने एक फैसले में दिल्ली-एनसीआर में 9 से 30 नवंबर तक पटाखों के उपयोग पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया। यह आदेश देश के उन सभी शहरों में लागू है, जहां वायु की गुणवत्ता खराब या उससे ऊपर की श्रेणी में आती है। इस रिपोर्ट में हम जानते हैं कि आखिर यह पराली होती क्या है? इसे जलाने से हवा की गुणवत्ता खराब कैसे हो जाती है? क्या जलाए बिना पराली से निपटने का कोई रास्ता है?