ग्रहों में युवराज कहे जाने वाले बुध 30 जनवरी को रात्रि 9 बजकर 16 मिनट पर कुंभ राशि में गोचर करते हुए वक्री हो रहे हैं। इसी अवस्था में ये 4 फरवरी को रात्रि 10 बजकर 38 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर राशि में ही गोचर करते हुए ये 21 फरवरी की सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर मार्गी होंगे और 11 मार्च को दोपहर 12 बजकर 28 पर पुनः कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। किसी भी ग्रह के वक्री होने का तात्पर्य है जातक से मुंह फेर लेना, उल्टा चलना, स्वभाव के विपरीत काम करना और जिस कार्य को सुचारू रूप से चला रहे थे उसमें बाधाएं डालना या उसग्रह से संबंधित कार्य व्यापार का शिथिल पड़ जाना आदि आदि। इनके वक्री होने के परिणामस्वरूप नेताओं में आपसी आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो जाएगा और एक दूसरे के प्रति उनकी भाषा अभद्रता की सभी सीमाएं लांघ जाएगी। मिथुन एवं कन्या राशि के स्वामी बुध, कन्या राशि में ही उच्चराशिगत तथा मीन राशि में नीच राशिगत संज्ञक माने गए हैं। इनके वक्री होने का सभी बारह राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।
मेष राशि
आपकी राशि से लाभभाव में वक्री होने के कारण बुध धन आगमन में कुछ बाधाएं पैदा करेंगे। इस समय में आप किसी को भी धन उधार भी देंगे तो वह समय पर नहीं मिलेगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा भाइयों से मतभेद हो सकता है। विद्यार्थियों को शिक्षा-प्रतियोगिता में आशातीत सफलता मिलेगी। इसलिए बड़ी कामयाबी के लिए थोड़ा और प्रयास करें। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग।
वृषभ राशि
राशि से कर्मभाव में वक्री बुध कार्य व्यापार में थोड़ी बाधाएं ला सकते हैं। हो सकता है जितना मेहनत करें उतना पारितोषिक आपको ना मिले। उच्चाधिकारियों से संबंध बिगड़ने न दें और भावनाओं में बहकर कोई भी निर्णय न लें। जमीन-जायदाद से जुड़े कार्यो का निपटारा होगा। मकान वाहन के क्रय से संबंधित संकल्प भी पूर्ण हो सकता है। माता पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। मित्रों तथा संबंधियों के द्वारा कोई अप्रिय समाचार मानसिक अशांति दे सकता है।
मिथुन राशि
राशि से भाग्य भाव में वक्री हुए बुध धर्म-कर्म के मामलों में कुछ उदासीनता ला सकते हैं फिर भी विदेशी कंपनियों में सर्विस के लिए किया गया आवेदन सफल रहेगा। साहस पराक्रम की वृद्धि होगी और आपके द्वारा लिए गए निर्णय तथा किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। विदेशी नागरिकता के लिए किया गया आवेदन कुछ और समय ले सकता है। तरक्की के मामलों में थोड़ा इंतजार करना ही होगा। प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए अधिक मेहनत करने का समय है।
कर्क राशि
राशि से अष्टमभाव में वक्री बुध स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालेंगे। चर्म रोग और दवाओं के रिएक्शन से तो बचना ही पड़ेगा। हड्डियों से संबंधित चोटों से भी सावधान रहना पड़ेगा। कार्यक्षेत्र में झगड़े विवाद से दूर रहें बेहतर रहेगा। कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं। कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझा लें तो बेहतर रहेगा। इन सबके बावजूद आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद और किसी महंगी वस्तु का क्रय कर सकते हैं।