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मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना की जांच कराने जा रहे एक व्यक्ति के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा बदसलूकी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उसके कपड़े फाड़ दिए और मारपीट की। वह जिस ऑटो रिक्शा में जा रहा था, उसके चालक से भी पुलिस जवानों ने मारपीट की। पीड़ित ने इसे लेकर सोशल मीडिया में वीडियो साझा किया है।
घटना सोमवार को इंदौर के चोइथराम अस्पताल चैराहे के पास की बताई जा रही है। पीड़ित द्वारा जारी वीडियो में लोकनाथ गौतम के रूप में अपना परिचय देते हुए पीड़ित व्यक्ति ने आरोप लगाया- ‘मैं कोविड-19 की जांच के लिए ऑटो रिक्शा से एक निजी प्रयोगशाला जा रहा था। चोइथराम चौराहे पर कुछ पुलिस कर्मियों ने ऑटो रिक्शा को रोककर उसके चालक को बेरहमी से पीटा और मुझे भी इस वाहन से घसीटकर बाहर निकाला जिससे मेरी टी-शर्ट फट गई। हमने पुलिस कर्मियों को बताया कि मैं कोविड-19 की जांच कराने जा रहा हूं, लेकिन वे हमारी बात सुनने को राजी नहीं थे।
गौतम ने कहा कि मैं और ऑटो रिक्शा चालक पुलिस की ज्यादती के शिकार हुए हैं। हमें न्याय मिलना चाहिए। वीडियो में इस व्यक्ति की टी.शर्ट फटी नजर आ रही है जबकि ऑटो रिक्शा चालक के हाथ पर खरोंच के निशान दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस को नहीं मिली शिकायत: थाना प्रभारी
उधर, राजेंद्र नगर पुलिस थाने की प्रभारी अमृता सोलंकी ने बताया कि उन्हें वायरल वीडियो की जानकारी मिली है। लेकिन गौतम की ओर से उन्हें पुलिस कर्मियों की ज्यादती की कथित घटना को लेकर कोई औपचारिक शिकायत अब तक नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर हम इसकी जांच करेंगे और कथित घटना में पुलिस कर्मियों की भूमिका पाए जाने पर उनके खिलाफ उचित कदम उठाएंगे।
गौरतलब है कि इंदौर प्रदेश का सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित जिला है। यहां महामारी की रोकथाम के लिए प्रशासन ने 30 अप्रैल तक जनता कर्फ्यू लागू किया है। इसके तहत आम लोगों से कहा गया है कि वे बेहद जरूरी काम होने पर ही घर से निकलें।