Hindi News
›
Madhya Pradesh
›
Bhopal News
›
MP BJP: Senior leader Raghunandan Sharma said - The organization is not able to set its priorities, it is suff
{"_id":"6455355a59108b3ba70cb567","slug":"mp-bjp-senior-leader-raghunandan-sharma-said-the-organization-is-not-able-to-set-its-priorities-it-is-suff-2023-05-05","type":"story","status":"publish","title_hn":"MP BJP: वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा बोले- एमपी में भाजपा की स्थिति पांच पतियों की द्रौपदी जैसी हो गई है","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
MP BJP: वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा बोले- एमपी में भाजपा की स्थिति पांच पतियों की द्रौपदी जैसी हो गई है
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: आनंद पवार
Updated Fri, 05 May 2023 10:53 PM IST
शर्मा ने कहा कि जहां भाजपा में अब हाईकमान जैसा बचा ही नहीं है। पार्टी में कोई हाईकमान है ही नहीं। पहले कुशाभाऊ ठाकुर या प्यारेलाल खंडेलवाल जैसे नेता थे, जो अंतिम निर्णय लेते थे। वे त्वरित विचार करके निर्णय लेते थे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा
- फोटो : अमर उजाला
पूर्व मंत्री दीपक जोशी के भाजपा छोड़कर कांग्रेस जॉइन करने के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा का बयान सामने आया है। शर्मा ने कहा कि प्रदेश में संगठन अपनी प्राथमिकताएं निर्धारित नहीं कर पा रहा है। इसी वजह से नुकसान हो रहा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने निवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि सचमुच में कहीं ना कहीं संगठन को जिन कामों को प्राथमिकता देना चाहिए, उनकी प्राथमिकताएं निर्धारित नहीं कर पा रहा है। सरकार में बैठे लोगों को भी कार्यकर्ताओं के कामों को जितनी गंभीरता से लेना चाहिए, उतनी गंभीरता से वे नहीं ले रहे हैं। इसका नुकसान हो रहा है।
भाजपा के पांच-पांच प्रभारी, द्रोपदी जैसी हालत
शर्मा ने कहा कि जहां भाजपा में अब हाईकमान जैसा बचा ही नहीं है। पार्टी में कोई हाईकमान है ही नहीं। पहले कुशाभाऊ ठाकरे और प्यारेलाल खंडेलवाल जैसे नेता थे, जो अंतिम निर्णय लेते थे। वे त्वरित विचार करके निर्णय लेते थे। उनके आदेश माने जाते थे और कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने का प्रयत्न होता था। शर्मा ने कहा कि मैंने सुना है कि इस प्रदेश में पांच-पांच प्रभारी हैं। पांच-पांच पति की द्रोपदी की जैसी दशा हुई, वैसी पार्टी की दुर्दशा हो रही है। यह पांच प्रभारी भी प्रभावशाली ढंग से संगठन चला रहे हों, ऐसा दिखता नहीं हैं। इसके कारण कहीं ना कहीं संवादहीनता की स्थिति पैदा हो रही है। यह संवादहीनता हमेशा नुकसान पहुंचाती है। यह संवादहीनता का ही परिणाम है। जैसा पार्टी छोड़कर जाने वाले कार्यकर्ताओं की बात है तो वर्तमान में दीपक जोशी का ही एक मामला है। मैंने उनको समझाने का प्रयास किया कि तुम अंधे कुएं में मत कूदो। समय तो बदलता रहता है। आज समय आपको उचित नहीं लग रहा है तो आपकी वरिष्ठता तो कायम रहेगी। लेकिन वह समझने को तैयार नहीं हैं।
कांग्रेस मरी हुई पार्टी, 15 साल नहीं जीत सकती
शर्मा ने कहा कि देखिए, एक बात बहुत स्पष्ट कहना चाहता हूं कि कांग्रेस मरी हुई पार्टी है। यहां कांग्रेस का कोई संगठन नहीं है। पिछली बार भी कांग्रेस नहीं जीती। मध्य प्रदेश में कांग्रेस 10 से 15 साल नहीं जीत सकती। हम हार जाते हैं। इसका कारण संवादहीनता, संपर्क की कमी, आत्मीयता और परिवार भाव में कमी होना है। यह सब हुआ है और हो रहा है। कार्यकर्ताओं की बातों को गंभीरता से नहीं लेना। सरकार में बैठे लोग भी इसी प्रकार की सोच रख रहे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।