{"_id":"64058e997a0047a6c90af403","slug":"what-jyotishacharya-say-about-holi-and-playing-colour-2023-03-06","type":"story","status":"publish","title_hn":"Holi: कई जगहों पर होलिका दहन आज, रंग खेलने को लेकर असमंजस बरकरार, जानें- क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Holi: कई जगहों पर होलिका दहन आज, रंग खेलने को लेकर असमंजस बरकरार, जानें- क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य
माई सिटी रिपोर्टर, अमर उजाला, लखनऊ
Published by: ishwar ashish
Updated Mon, 06 Mar 2023 05:57 PM IST
सार
लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें
कई जगहों पर होलिका दहन आज किया जा रहा है तो कई जगह ज्योतिषाचार्य सात मार्च की सुबह कराने के पक्ष में हैं। जानें क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य?
राजधानी लखनऊ में अधिकतर जगह होलिका दहन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अधिकतर जगह होलिका दहन सोमवार की रात्रि से ही शुरू होगा। वहीं रंग खेलने को लेकर असमंजस बरकरार है। समितियां जहां सात मार्च को ही रंग खेलने की बात कह रही हैं, वहीं ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, शास्त्रीय मान्यतानुसार रंग मंगलवार को ही खेला जाना चाहिए।
काशी के पंडितों का कहना है कि चूंकि काशी में होली सात को हो रही है, इसलिए इसके एक दिन बाद ही अन्य जगह रंग खेला जाएगा। चौक होलिकोत्सव समिति के संयोजक व महामंत्री अनुराग मिश्रा और अध्यक्ष गोविंद शर्मा का कहना है कि छह मार्च की रात को 12.20 पर होलिका दहन होगा। इसके बाद परंपरा के अनुसार, अगले दिन धूमधाम से होली बरात निकलेगी और रंग खेला जाएगा।
चौपटिया होली बरात समिति के अध्यक्ष मणिकांत पांडेय व महामंत्री ऋद्धि किशोर गौड़ कहते हैं कि छह मार्च की मध्य रात्रि में 12.31 मिनट पर होलिका का दहन होगा। सात मार्च को रंग खेला जाएगा, बरात निकलेगी। राजा बाजार होली बरात समिति संयोजक के विनीत रस्तोगी, संजू रस्तोगी कहते हैं कि छह व सात की मध्य रात्रि में 1.30 बजे होलिका दहन होगा।
शास्त्रीय मान्यता तो ये है
ज्योतिषाचार्य पं. के ए दुबे पदमेश के मुताबिक, होलिका दहन सात मार्च को तड़के 5.26 से 6.15 बजे तक होगा। दूज नौ को है, इसलिए रंग आठ मार्च को ही खेला जाना चाहिए। काशी में श्री मारवाड़ी संस्कृति महाविद्यालय के प्राचार्य पं. रंगनाथ उपाध्यय के मुताबिक, सात मार्च की भोर में 4.48 मिनट पर भद्रामुक्त पूर्णिमा का समय शुरू होगा और सुबह 6.15 बजे तक रहेगा। काशी में रंग सात मार्च को खेला जाएगा। अन्यत्र होली इसके एक दिन बाद ही खेले जाने की शास्त्रीय मान्यता है।
विज्ञापन
वैदिक ज्योतिष शोध परिषद के अध्यक्ष महामहोपाध्याय डॉ. आदित्य पांडेय के मुताबिक, होलिका दहन सात मार्च को होगा। पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 6 मार्च को शाम 4.17 बजे से हो रही है। समापन 7 मार्च की शाम 6.09 मिनट पर होगा। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 7 मार्च मंगलवार को 06 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। भद्रा काल का समय 6 मार्च को शाम 4 बजकर 48 मिनट पर शुरू होगा और सात मार्च की सुबह 5 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगा।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।