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गोंडा में मंगलवार को आयोजित एक शादी में अनोखा नजारा देखने को मिला। वैवाहिक समारोह में वैवाहिक रस्म के पहले दुल्हन ने दूल्हे के सामने एक शर्त रख दी। इससे सभी आश्चर्यचकित रह गए। दुल्हन की मांग पर दूल्हे ने पहले धनुष को तोड़ा फिर वरमाला पहनाई।
शहर के आवास विकास कालोनी के रहने वाले ज्ञानेंद्र नाथ श्रीवास्तव की बेटी शिवानी उर्फ गजल की मंगलवार को शादी थी। बारात लखनऊ के चिनहट से चलकर गोंडा आई थी। शहर के गोल्डेन फेयरी मैरिज हाल में आयोजित इस वैवाहिक समारोह में कायस्थ समाज के रीति रिवाज के मुताबिक विवाह की रस्में निभाई जानी थी। इसके लिए तैयारी भी हो चुकी थी।
दुल्हन बनी शिवानी उर्फ गजल ने जब पालकी में बैठकर विवाह मंडप में प्रवेश किया तो उसने अपने होने वाले दूल्हे असीम आनंद के सामने यह शर्त रख दी कि असीम आनंद जब स्वयंवर में रखे धनुष को तोड़ेगा तभी वह उसे वरमाला पहनाएगी। शिवानी की इस शर्त से समारोह में शामिल उसके परिजन आश्चर्यचकित रह गए। आनन फानन में शिवानी के मुताबिक स्टेज पर धनुष रखकर स्वयंवर रचाया गया। फिर दूल्हा बने असीम आनंद ने धनुष को तोड़ा। इसके बाद दुल्हन शिवानी ने दूल्हा बने असीम के गले मे वरमाला डाली।
दुल्हन बनी शिवानी ने बताया कि वह अपने देश की संस्कृति से बेहद प्यार करती है। रामायण में उसने माता सीता और भगवान राम के स्वयंवर के विषय में पढ़ रखा था। उसकी इच्छा थी कि उसकी विवाह भी स्वयंवर के उसी पुरातन विधा के मुताबिक हो। इसलिए उसने स्वयंवर रचाने की शर्त रखी। शिवानी ने बताया कि यदि असीम धनुष नहीं तोड़ पाता तो वह उसे वरमाला नहीं पहनाती।
दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक पर मिलेगी शादी से ज्यादा खुशी
गोंडा। लखनऊ के चिनहट इलाके के रहने वाले आनंद श्रीवास्तव के बेटे असीम आनंद ने अपनी होने वाली दुल्हन की शर्त सुनी तो वह भी अवाक रह गए। असीम ने बताया कि पहले तो उन्हे यह शर्त अटपटी लगी लेकिन फिर उन्होने अपनी होने वाली जीवन संगिनी के फैसले का सम्मान करने का फैसला किया और स्वयंवर में रखे गए धनुष को तोड़कर दुल्हन शिवानी का वरण किया। असीम ने पुलवामा में हमले में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए सैनिकों के शहादत का बदला लेने की मांग की और कहा कि सरकार अगर पाकिस्तान पर दूसरी बार सर्जिकल स्ट्राइक करती है तो उन्हें अपनी शादी से ज्यादा खुशी होगी।
गोंडा में मंगलवार को आयोजित एक शादी में अनोखा नजारा देखने को मिला। वैवाहिक समारोह में वैवाहिक रस्म के पहले दुल्हन ने दूल्हे के सामने एक शर्त रख दी। इससे सभी आश्चर्यचकित रह गए। दुल्हन की मांग पर दूल्हे ने पहले धनुष को तोड़ा फिर वरमाला पहनाई।
शहर के आवास विकास कालोनी के रहने वाले ज्ञानेंद्र नाथ श्रीवास्तव की बेटी शिवानी उर्फ गजल की मंगलवार को शादी थी। बारात लखनऊ के चिनहट से चलकर गोंडा आई थी। शहर के गोल्डेन फेयरी मैरिज हाल में आयोजित इस वैवाहिक समारोह में कायस्थ समाज के रीति रिवाज के मुताबिक विवाह की रस्में निभाई जानी थी। इसके लिए तैयारी भी हो चुकी थी।
दुल्हन बनी शिवानी उर्फ गजल ने जब पालकी में बैठकर विवाह मंडप में प्रवेश किया तो उसने अपने होने वाले दूल्हे असीम आनंद के सामने यह शर्त रख दी कि असीम आनंद जब स्वयंवर में रखे धनुष को तोड़ेगा तभी वह उसे वरमाला पहनाएगी। शिवानी की इस शर्त से समारोह में शामिल उसके परिजन आश्चर्यचकित रह गए। आनन फानन में शिवानी के मुताबिक स्टेज पर धनुष रखकर स्वयंवर रचाया गया। फिर दूल्हा बने असीम आनंद ने धनुष को तोड़ा। इसके बाद दुल्हन शिवानी ने दूल्हा बने असीम के गले मे वरमाला डाली।
अपनी पौराणिक संस्कृति के अनुसार विवाह की थी इच्छा
दुल्हन बनी शिवानी ने बताया कि वह अपने देश की संस्कृति से बेहद प्यार करती है। रामायण में उसने माता सीता और भगवान राम के स्वयंवर के विषय में पढ़ रखा था। उसकी इच्छा थी कि उसकी विवाह भी स्वयंवर के उसी पुरातन विधा के मुताबिक हो। इसलिए उसने स्वयंवर रचाने की शर्त रखी। शिवानी ने बताया कि यदि असीम धनुष नहीं तोड़ पाता तो वह उसे वरमाला नहीं पहनाती।
दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक पर मिलेगी शादी से ज्यादा खुशी
गोंडा। लखनऊ के चिनहट इलाके के रहने वाले आनंद श्रीवास्तव के बेटे असीम आनंद ने अपनी होने वाली दुल्हन की शर्त सुनी तो वह भी अवाक रह गए। असीम ने बताया कि पहले तो उन्हे यह शर्त अटपटी लगी लेकिन फिर उन्होने अपनी होने वाली जीवन संगिनी के फैसले का सम्मान करने का फैसला किया और स्वयंवर में रखे गए धनुष को तोड़कर दुल्हन शिवानी का वरण किया। असीम ने पुलवामा में हमले में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए सैनिकों के शहादत का बदला लेने की मांग की और कहा कि सरकार अगर पाकिस्तान पर दूसरी बार सर्जिकल स्ट्राइक करती है तो उन्हें अपनी शादी से ज्यादा खुशी होगी।