यूपी : सीएम योगी और उपमुख्यमंत्रियों के बीच पहली बार हुआ मंडलों और जिलों का बंटवारा, जानें इसके मायने
सीएम योगी संभालेंगे वाराणसी, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ, वाराणसी और आजमगढ़ मंडल
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को कानपुर, झांसी, चित्रकूट, प्रयागराज, मिर्जापुर और अयोध्या मंडल
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लखनऊ, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन, आगरा, बरेली मंडल की कमान
प्रदेश में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन, सुदृढ़ कानून व्यवस्था और सरकार व संगठन के बीच समन्वय के लिए पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के बीच छह-छह मंडलों (25-25 जिलों) का बंटवारा हुआ है। एक ओर जहां प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के नेतृत्व में गठित 18 मंत्री समूह मंडलों का दौरा करेंगे। वहीं मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री भी मंडलों और जिलों का दौरा कर योजनाओं को धरातल पर उतारने के साथ जमीनी हकीकत का पता लगाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी मंडल के साथ पश्चिमी यूपी की राजनीति को प्रभावित करने वाले सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़ के साथ पूर्वांचल के आजमगढ़ मंडल की कमान खुद के पास रखी है। वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को कानपुर, झांसी, चित्रकूट, प्रयागराज, मिर्जापुर और अयोध्या मंडल की जिम्मेदारी सौंपी है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लखनऊ, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन, आगरा और बरेली मंडल का प्रभार दिया गया है। सरकार का मानना है कि मंडलों और जिलों में दौरे, समीक्षा, निगरानी और समन्वय की दोहरी व्यवस्था लागू होने से जनता की समस्याओं का समाधान जल्द होगा। वहीं सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिलेगा। सरकार और संगठन के बीच नीचे तक समन्वय भी बनेगा।
भोज राजनीति भी जारी रहेगी
मंडलों के मंत्री समूहों में शामिल मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री भी जिलों के दौरे में किसी दलित या पिछड़े वर्ग के व्यक्ति के घर जाकर भोजन करेंगे। वहीं जिलों में पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बूथ अध्यक्षों के घर भी जाएंगे।
सीएम-डिप्टी सीएम को इन जिलों को मिली जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
सहारनपुर मंडल (सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली)
मेरठ मंडल (मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत)
मुरादाबाद मंडल (मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बिजनौर, संभल)
अलीगढ़ मंडल (अलीगढ़, एटा, कासगंज, हाथरस)
वाराणसी मंडल (वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली)
आजमगढ़ मंडल (आजमगढ़, बलिया और मऊ)
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
कानपुर मंडल (कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, औरया, इटावा, फर्रुखाबाद)
झांसी मंडल (झांसी, ललितपुर, जालौन)
चित्रकूट मंडल (बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर)
प्रयागराज मंडल (प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़)
मिर्जापुर मंडल (मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्र)
अयोध्या मंडल (अयोध्या, बाराबंकी, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, अमेठी)
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक
लखनऊ मंडल (लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, खीरी)
गोरखपुर मंडल (गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, कुशीनगर, देवरिया)
बस्ती मंडल (बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर)
देवीपाटन मंडल (गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती)
आगरा मंडल (आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी)
बरेली मंडल (बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत)
विस्तार
यूपी : सीएम योगी और उपमुख्यमंत्रियों के बीच पहली बार हुआ मंडलों और जिलों का बंटवारा, जानें इसके मायने
सीएम योगी संभालेंगे वाराणसी, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ, वाराणसी और आजमगढ़ मंडल
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को कानपुर, झांसी, चित्रकूट, प्रयागराज, मिर्जापुर और अयोध्या मंडल
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लखनऊ, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन, आगरा, बरेली मंडल की कमान
प्रदेश में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन, सुदृढ़ कानून व्यवस्था और सरकार व संगठन के बीच समन्वय के लिए पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के बीच छह-छह मंडलों (25-25 जिलों) का बंटवारा हुआ है। एक ओर जहां प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के नेतृत्व में गठित 18 मंत्री समूह मंडलों का दौरा करेंगे। वहीं मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री भी मंडलों और जिलों का दौरा कर योजनाओं को धरातल पर उतारने के साथ जमीनी हकीकत का पता लगाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी मंडल के साथ पश्चिमी यूपी की राजनीति को प्रभावित करने वाले सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़ के साथ पूर्वांचल के आजमगढ़ मंडल की कमान खुद के पास रखी है। वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को कानपुर, झांसी, चित्रकूट, प्रयागराज, मिर्जापुर और अयोध्या मंडल की जिम्मेदारी सौंपी है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लखनऊ, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन, आगरा और बरेली मंडल का प्रभार दिया गया है। सरकार का मानना है कि मंडलों और जिलों में दौरे, समीक्षा, निगरानी और समन्वय की दोहरी व्यवस्था लागू होने से जनता की समस्याओं का समाधान जल्द होगा। वहीं सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिलेगा। सरकार और संगठन के बीच नीचे तक समन्वय भी बनेगा।