न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बहराइच
Published by: ishwar ashish
Updated Wed, 26 Aug 2020 04:41 PM IST
बहराइच के सलारगंज निवासी एक दिव्यांग युवक के पथरी के ऑपरेशन के दौरान पेट में निजी नर्सिंगहोम के चिकित्सकों ने कपड़ा छोड़ दिया। लखनऊ में दोबारा ऑपरेशन कराने पर यह बात सामने आई। युवक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने चिकित्सक व कर्मचारियों पर केस दर्ज कर लिया है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को निराधार बताया है।
दरगाह शरीफ थाना अंतर्गत मोहल्ला सलारगंज निवासी प्रमोद श्रीवास्तव दोनों पैरों से दिव्यांग हैं। उनको करीब दस दिन पूर्व पेट में पथरी होने पर परिजनों ने पुलिस लाइंस रोड स्थित एक निजी नर्सिंगहोम में भर्ती कराया गया था। उनके भाई विशाल श्रीवास्तव का आरोप है कि अस्पताल में ऑपरेशन के लिए उनसे दो लाख रुपये मांगे गए, मगर वह 25 हजार रुपये ही दे पाए, जिससे आनन-फानन में ऑपरेशन कर टांका लगा दिया।
लखनऊ के अस्पताल में दोबारा ऑपरेशन कराने पर पेट से कपड़ा बरामद हुआ। कोतवाली देहात के प्रभारी निरीक्षक बृजेश पांडेय ने बताया कि मामले में चिकित्सक डॉ. सर्वेश शुक्ला व कुछ कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
लगाए जा रहे गलत आरोप
प्रमोद श्रीवास्तव की पित्त की थैली का ऑपरेशन हुआ था। पित्त की थैली लीवर व आंतों से चिपकी हुई थी, जिसे निकालते समय रक्तस्राव अधिक हुआ। रक्तस्राव होने के बाद मेडिकल नार्म के हिसाब से स्ट्रेलाइज बैंडेज पैकिंग को लीवर में लगाया गया था। ऑपरेशन के रिकॉर्ड और रेफर किए गए अभिलेखों में भी इसका हवाला है। इसके बाद भी कपड़ा बताकर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। - सुरेश मिश्रा, प्रबंधक, बद्री प्रसाद शुक्ला मेमोरियल हॉस्पिटल, पुलिस लाइंस रोड
बहराइच के सलारगंज निवासी एक दिव्यांग युवक के पथरी के ऑपरेशन के दौरान पेट में निजी नर्सिंगहोम के चिकित्सकों ने कपड़ा छोड़ दिया। लखनऊ में दोबारा ऑपरेशन कराने पर यह बात सामने आई। युवक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने चिकित्सक व कर्मचारियों पर केस दर्ज कर लिया है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को निराधार बताया है।
दरगाह शरीफ थाना अंतर्गत मोहल्ला सलारगंज निवासी प्रमोद श्रीवास्तव दोनों पैरों से दिव्यांग हैं। उनको करीब दस दिन पूर्व पेट में पथरी होने पर परिजनों ने पुलिस लाइंस रोड स्थित एक निजी नर्सिंगहोम में भर्ती कराया गया था। उनके भाई विशाल श्रीवास्तव का आरोप है कि अस्पताल में ऑपरेशन के लिए उनसे दो लाख रुपये मांगे गए, मगर वह 25 हजार रुपये ही दे पाए, जिससे आनन-फानन में ऑपरेशन कर टांका लगा दिया।
लखनऊ के अस्पताल में दोबारा ऑपरेशन कराने पर पेट से कपड़ा बरामद हुआ। कोतवाली देहात के प्रभारी निरीक्षक बृजेश पांडेय ने बताया कि मामले में चिकित्सक डॉ. सर्वेश शुक्ला व कुछ कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
लगाए जा रहे गलत आरोप
प्रमोद श्रीवास्तव की पित्त की थैली का ऑपरेशन हुआ था। पित्त की थैली लीवर व आंतों से चिपकी हुई थी, जिसे निकालते समय रक्तस्राव अधिक हुआ। रक्तस्राव होने के बाद मेडिकल नार्म के हिसाब से स्ट्रेलाइज बैंडेज पैकिंग को लीवर में लगाया गया था। ऑपरेशन के रिकॉर्ड और रेफर किए गए अभिलेखों में भी इसका हवाला है। इसके बाद भी कपड़ा बताकर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।
- सुरेश मिश्रा, प्रबंधक, बद्री प्रसाद शुक्ला मेमोरियल हॉस्पिटल, पुलिस लाइंस रोड