हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के बहुचर्चित कैफे मामले में निगम प्रबंधन ने बड़ी कार्रवाई की है। होटल हमीर से वरिष्ठ प्रबंधक के तबादले के साथ ही निगम ने अब पर्यटन निगम कैफे की लीज एग्रीमेंट को रद्द कर दिया है। वर्ष 2011 में हमीरपुर और बिलासपुर जिले की सीमा पर उखली कस्बे में निगम प्रबंधन ने करीब एक करोड़ की लागत से यहां पर कैफे का निर्माण किया था लेकिन, निगम प्रबंधन ने इस कैफे का संचालन नहीं किया।
कुछ समय के बाद निगम प्रबंधन ने आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस कैफे के आलीशान भवन को शिमला के कारोबारी को लीज पर आवंटित कर दिया। लेकिन, उन्होंने भी इस कैफे का संचालन नहीं किया। बताया जा रहा है कि लीज होल्डर ने पर्यटन विकास निगम से इस कैफे में कुछ कार्य करवाने की शर्त रखी थी। जिसके चलते कारोबारी ने इस कैफे का संचालन करने से इंकार कर दिया। निगम प्रबंधन ने कई बार कारोबारी को नोटिस जारी किया। बावजूद कोई हल नहीं निकला। इस बीच एक करोड़ की लागत से बने इस कैफे में कई कीमती उपकरण और अन्य सामान चोरी हो गया। अमर उजाला ने अपने 3 फरवरी 2020 के अंक में लाखों की लागत से कैफे बनाया, शातिर उड़ा ले गए कीमती सामान और 11 फरवरी 2020 के अंक में होटल हमीर के कमरे अभी तक बने नहीं, आईपीएच के भवन पर कर लिया कब्जा शीर्षक से पर्यटन निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने वाले मुद्दों को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद निगम प्रबंधन ने अब इस कैफे का लीज एग्रीमेंट रद्द कर दिया है। इसके साथ ही इस कैफे की सुरक्षा के लिए एक चौकीदार भी तैनात कर दिया है। प्रबंधन ने कहना है कि अब इस कैफे को दोबारा से टेंडर कॉल कर किसी स्थानीय व्यक्ति को आवंटित किया जाएगा।
उखली कैफे में चौकीदार की कर दी है तैनाती
उखली पर्यटन निगम के कैफे उखली में चौकीदार की तैनाती कर दी गई है। वहीं, पूर्व में लीज पर कैफे को लेने वाले कारोबारी का लीज एग्रीमेंट भी रद्द कर दिया है। अब इस कैफे का नये सिरे से संचालन करने के लिए औपचारिकताएं शुरू की जाएंगी।
कुमुद सिंह, प्रबंधक निदेशक, हिप्र पर्यटन विकास निगम।
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के बहुचर्चित कैफे मामले में निगम प्रबंधन ने बड़ी कार्रवाई की है। होटल हमीर से वरिष्ठ प्रबंधक के तबादले के साथ ही निगम ने अब पर्यटन निगम कैफे की लीज एग्रीमेंट को रद्द कर दिया है। वर्ष 2011 में हमीरपुर और बिलासपुर जिले की सीमा पर उखली कस्बे में निगम प्रबंधन ने करीब एक करोड़ की लागत से यहां पर कैफे का निर्माण किया था लेकिन, निगम प्रबंधन ने इस कैफे का संचालन नहीं किया।
कुछ समय के बाद निगम प्रबंधन ने आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस कैफे के आलीशान भवन को शिमला के कारोबारी को लीज पर आवंटित कर दिया। लेकिन, उन्होंने भी इस कैफे का संचालन नहीं किया। बताया जा रहा है कि लीज होल्डर ने पर्यटन विकास निगम से इस कैफे में कुछ कार्य करवाने की शर्त रखी थी। जिसके चलते कारोबारी ने इस कैफे का संचालन करने से इंकार कर दिया। निगम प्रबंधन ने कई बार कारोबारी को नोटिस जारी किया। बावजूद कोई हल नहीं निकला। इस बीच एक करोड़ की लागत से बने इस कैफे में कई कीमती उपकरण और अन्य सामान चोरी हो गया। अमर उजाला ने अपने 3 फरवरी 2020 के अंक में लाखों की लागत से कैफे बनाया, शातिर उड़ा ले गए कीमती सामान और 11 फरवरी 2020 के अंक में होटल हमीर के कमरे अभी तक बने नहीं, आईपीएच के भवन पर कर लिया कब्जा शीर्षक से पर्यटन निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने वाले मुद्दों को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद निगम प्रबंधन ने अब इस कैफे का लीज एग्रीमेंट रद्द कर दिया है। इसके साथ ही इस कैफे की सुरक्षा के लिए एक चौकीदार भी तैनात कर दिया है। प्रबंधन ने कहना है कि अब इस कैफे को दोबारा से टेंडर कॉल कर किसी स्थानीय व्यक्ति को आवंटित किया जाएगा।
उखली कैफे में चौकीदार की कर दी है तैनाती
उखली पर्यटन निगम के कैफे उखली में चौकीदार की तैनाती कर दी गई है। वहीं, पूर्व में लीज पर कैफे को लेने वाले कारोबारी का लीज एग्रीमेंट भी रद्द कर दिया है। अब इस कैफे का नये सिरे से संचालन करने के लिए औपचारिकताएं शुरू की जाएंगी।
कुमुद सिंह, प्रबंधक निदेशक, हिप्र पर्यटन विकास निगम।