एक्वा लाइन पर व्यस्ततम समय में 10 मेट्रो स्टेशनों को बंद रखने के विरोध में रविवार को 10 सोसाइटियों के निवासियों ने प्रदर्शन किया। नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) को फैसला नहीं बदलने पर बड़ा आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी। सेक्टर-101 स्थित मेट्रो स्टेशन पर एकत्रित निवासियों का कहना था कि इस फैसले से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
निवासियों का आरोप है कि एनएमआरसी ने बिना सोचे समझे यह निर्णय लिया है। 9 मिनट बचाने के चक्कर में सैकड़ों लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्हें दूसरे स्टेशनों पर जाकर मेट्रो पकड़नी पड़ रही है, उसमें काफी समय बर्बाद हो रहा है। इस निर्णय से अंतरिक्ष गोल्फ व्यू वन, गोल्फ व्यू टू, विंडसर कोर्ट समेत कई सोसाइटियों के निवासी प्रभावित हो रहे हैं। वहां उपस्थित मेट्रो अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
एक सोसाइटीवासी ने बताया कि नोएडा से दिल्ली जाने वाले नौकरीपेशा लोगों का रोजाना एक से डेढ़ घंटा खराब हो रहा है। उन्हें सुबह ऑटो लेकर दूसरे मेट्रो स्टेशन पर जाना पड़ता है। शाम के समय भी इसी तरह की परेशानी होती है। यदि एनएमआरसी को इस तरह की व्यवस्था करनी थी कि बंद किए स्टेशनों पर ई-रिक्शा या मेट्रो फीडर बस की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए थी। बता दें कि एक्वा लाइन पर सुबह 8 से 11 बजे और शाम को 5 से 8 बजे तक 10 मेट्रो स्टेशनों को बंद रखा जाता है। वहीं इससे पहले मंगलवार को भी प्रदर्शन किया गया था।
फोवा महासचिव श्वेता भार्ती ने बताया कि सेक्टर 101, 50 सहित 10 मेट्रो स्टेशन को पीक ऑवर में बन्द कर दिया गया है। ट्विटर के द्वारा भी पिछले कई दिनों से बंद मेट्रो स्टेशन को पुनः खोले जाने की मांग लगातार उठाई जा रही है, लेकिन एनएमआरसी, नोएडा प्राधिकरण, जनप्रतिनिधियों की चुप्पी से लोग निराश व क्षुब्ध होकर बार बार प्रदर्शन के लिए मजबूर हो रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार, महासचिव श्वेता भारती, 7 एक्स वेलफेयर टीम के बृजेश शर्मा, सुखपाल सिंह, ओपी सागर, राकेश झा, सचिन भाटी, श्रेया, रीता सोलंकी आदि शामिल रहे।
एक्वा लाइन पर व्यस्ततम समय में 10 मेट्रो स्टेशनों को बंद रखने के विरोध में रविवार को 10 सोसाइटियों के निवासियों ने प्रदर्शन किया। नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) को फैसला नहीं बदलने पर बड़ा आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी। सेक्टर-101 स्थित मेट्रो स्टेशन पर एकत्रित निवासियों का कहना था कि इस फैसले से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
निवासियों का आरोप है कि एनएमआरसी ने बिना सोचे समझे यह निर्णय लिया है। 9 मिनट बचाने के चक्कर में सैकड़ों लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्हें दूसरे स्टेशनों पर जाकर मेट्रो पकड़नी पड़ रही है, उसमें काफी समय बर्बाद हो रहा है। इस निर्णय से अंतरिक्ष गोल्फ व्यू वन, गोल्फ व्यू टू, विंडसर कोर्ट समेत कई सोसाइटियों के निवासी प्रभावित हो रहे हैं। वहां उपस्थित मेट्रो अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
एक सोसाइटीवासी ने बताया कि नोएडा से दिल्ली जाने वाले नौकरीपेशा लोगों का रोजाना एक से डेढ़ घंटा खराब हो रहा है। उन्हें सुबह ऑटो लेकर दूसरे मेट्रो स्टेशन पर जाना पड़ता है। शाम के समय भी इसी तरह की परेशानी होती है। यदि एनएमआरसी को इस तरह की व्यवस्था करनी थी कि बंद किए स्टेशनों पर ई-रिक्शा या मेट्रो फीडर बस की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए थी। बता दें कि एक्वा लाइन पर सुबह 8 से 11 बजे और शाम को 5 से 8 बजे तक 10 मेट्रो स्टेशनों को बंद रखा जाता है। वहीं इससे पहले मंगलवार को भी प्रदर्शन किया गया था।
फोवा महासचिव श्वेता भार्ती ने बताया कि सेक्टर 101, 50 सहित 10 मेट्रो स्टेशन को पीक ऑवर में बन्द कर दिया गया है। ट्विटर के द्वारा भी पिछले कई दिनों से बंद मेट्रो स्टेशन को पुनः खोले जाने की मांग लगातार उठाई जा रही है, लेकिन एनएमआरसी, नोएडा प्राधिकरण, जनप्रतिनिधियों की चुप्पी से लोग निराश व क्षुब्ध होकर बार बार प्रदर्शन के लिए मजबूर हो रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार, महासचिव श्वेता भारती, 7 एक्स वेलफेयर टीम के बृजेश शर्मा, सुखपाल सिंह, ओपी सागर, राकेश झा, सचिन भाटी, श्रेया, रीता सोलंकी आदि शामिल रहे।