आम आदमी पार्टी के बड़े नेता कुमार विश्वास के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पार्टी के विधायक अमानतु्ल्लाह के खिलाफ बगावत होनी शुरु हो गई है। खबर है कि पार्टी के करीब 40 विधायकों ने केजरीवाल को अपने हस्ताक्षर कर एक मांग पत्र सौंपा है। वहीं कहा जा रहा है कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पार्टी के इस नए फसाद को लेकर मनीष सिसोदिया से मिलने पहुंचे हैं।
बता दें जिन विधायकों ने मोर्चाबंदी कर विधायक अमानतुल्लाह को पार्टी से निकालने या कम से कम पीएसी से निकालने की मांग की है। इसके बाद से आम आदमी पार्टी के अंदर का कलह और बढ़ता नजर आ रहा है। कहा जा रहा है कि अमानतुल्लाह पार्टी में रहेंगे या बाहर किए जाएंगे इसका फैसला आज रात होने वाली पार्टी की बैठक में हो सकता है।
इस मामले में विधायक अलका लांबा ने कहा है कि पार्टी में किसी तरह का कोई कलह नहीं है लेकिन अमानतुल्लाह को अपनी बात पहले पार्टी फोरम में रखनी चाहिए थी। इस तरह मीडिया में बात लाने से उन्होंने आग में घी डालने का काम किया है।
गौरतलब है कि नगर निगम चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के अंदर विवादों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार को पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) के सदस्य और विधायक अमानतुल्लाह खान ने वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
हालांकि, अमानतुल्लाह का बयान आने के थोड़ी देर बाद ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विश्वास को अपना छोटा भाई बताते हुए दोनों के बीच दरार डालने वालों को पार्टी का दुश्मन तक करार दिया है।
अमानतुल्ला ने आरोप लगाया कि कुमार विश्वास आप पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए वह अपने घर विधायकों को बुलाकर खुद को संयोजक बनवाने की बात कर रहे हैं।
अमानतुल्ला यहीं नहीं रूके। उन्होंने आरोप लगाया कि यह संभव न होने पर सब भाजपा में चले चलो। बीजेपी हर एक विधायक को 30 करोड़ रुपये देने का तैयार है।
अमानतुल्ला ने आरोप लगाया कि यह साजिश बीजेपी के इशारे पर हो रही है। इस काम के लिए विश्वास ने चार विधायकों को लगा रखा है। यही टीम बाकी विधायकों को विश्वास के घर ले जा रही है।
अमानतुल्ला के मुताबिक, यह बात आप के विधायकों ने उन्हें बताई है। शनिवार को एक मंत्री के यहां चारों विधायको की बैठक भी हुई थी। मीडिया में अमानतुल्ला का बयान आने के बाद एक बार फिर आप में तूफान मच गया।
इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर मामले को शांत करने की कोशिश की। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि कुमार विश्वास उनके छोटे भाई हैं। कुछ लोग दोनों के बीच दरार दिखा रहे हैं। ऐसे लोग पार्टी के दुश्मन हैं। वो बाज आएं। उन्हें कोई अलग नहीं कर सकता।
आम आदमी पार्टी के बड़े नेता कुमार विश्वास के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पार्टी के विधायक अमानतु्ल्लाह के खिलाफ बगावत होनी शुरु हो गई है। खबर है कि पार्टी के करीब 40 विधायकों ने केजरीवाल को अपने हस्ताक्षर कर एक मांग पत्र सौंपा है। वहीं कहा जा रहा है कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पार्टी के इस नए फसाद को लेकर मनीष सिसोदिया से मिलने पहुंचे हैं।
बता दें जिन विधायकों ने मोर्चाबंदी कर विधायक अमानतुल्लाह को पार्टी से निकालने या कम से कम पीएसी से निकालने की मांग की है। इसके बाद से आम आदमी पार्टी के अंदर का कलह और बढ़ता नजर आ रहा है। कहा जा रहा है कि अमानतुल्लाह पार्टी में रहेंगे या बाहर किए जाएंगे इसका फैसला आज रात होने वाली पार्टी की बैठक में हो सकता है।
इस मामले में विधायक अलका लांबा ने कहा है कि पार्टी में किसी तरह का कोई कलह नहीं है लेकिन अमानतुल्लाह को अपनी बात पहले पार्टी फोरम में रखनी चाहिए थी। इस तरह मीडिया में बात लाने से उन्होंने आग में घी डालने का काम किया है।
गौरतलब है कि नगर निगम चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के अंदर विवादों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार को पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) के सदस्य और विधायक अमानतुल्लाह खान ने वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।