तीसरी लहर में बढ़ा मौत का आंकड़ा, दो की और गई जान
गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। मंगलवार को एक किशोर और बुजुर्ग की मौत की पुष्टि हुई। 24 घंटे में 861 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इलाज के बाद 1527 का होम आइसोेलेशन पूरा हुआ है, जबकि छह लोग अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर पहुंचे हैं। इस समय चार हजार मरीजों का इलाज चल रहा है। इनमें 49 मरीज अलग - अलग अस्पताल में भर्ती हैं। अब तक 467 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
पहली लहर में 21 मई 2020 को राजेंद्र नगर निवासी 18 वर्षीय युवक की मौत हुई थी। इसके बाद अब 23 जनवरी को किसी किशोर की मौत हुई है। आठ दिन में छह लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने एमएमजी में हुई बुजुर्ग की मौत को आंकड़े में दर्ज नहीं किया है।
किशोर का टीबी का इलाज हो चुका था पूरा
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि मोदीनगर निवासी 17 वर्षीय किशोर की मौत मेरठ के एलएलआरएम कालेज 23 जनवरी को हुई थी। किशोर पहले टीबी की बीमारी से संक्रमित था, लेकिन छह महीने पहले उसका अगस्त 2021 में इलाज पूरा हो चुका था। इसके बावजूद कई महीने से कमजोरी बनी हुई थी। संक्रमण के बाद सांस लेने में परेशानी होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। किशोर किसी तरह का नशा और धूम्रपान भी नहीं करता था, उसे टीके की कोई डोज नहीं लगी थी। 21 जनवरी को भर्ती कराया गया था और चौथे दिन ही 23 को मौत हो गई थी।
81 वर्षीय बुजुर्ग को सांस लेने में हुई थी परेशानी
इंदिरापुरम के वैभव खंड आदित्य सिटी में रहने वाले 81 वर्षीय बुजुर्ग की मेरठ के आनंद अस्पताल में उपचार के दौरान 24 जनवरी को मौत हुई। उन्हें सांस लेने में परेशानी होने पर 19 जनवरी को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया था। डीएसओ के अनुसार बुजुर्ग बुजुर्ग हाइपरटेंशन और पेट की बीमारी से पीड़ित थे। मौत का कारण दिल का दौरा और सांस नहीं ले पाना था।
एसीएमओ उनकी पत्नी व बेटे समेत 820 संक्रमित
24 घंटे में 7569 लोगों की जांच की गई। उसमें एसीएमओ उनकी पत्नी और बेटे समेत 820 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसमें हिंडन एयरपोर्ट के छह कर्मचारी, पुलिस लाइन में रहने वाले दो कांस्टेबल भी शामिल हैं। संक्रमिताें में 67 किशोर, 35 बच्चे, 11 गर्भवती और छह बुजुर्ग भी शामिल हैं। इनमें से किसी भी संक्रमित को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी।
एक फीसदी मरीजों को भर्ती कराने की पड़ी जरूरत
सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधार का कहना है कि तीसरी लहर में सिर्फ एक प्रतिशत मरीजों को ही अस्पतालों में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। भर्ती होने वाले अधिकांश मरीज बुजुर्ग हैं या पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित होते हैं। सीएमओ ने बताया कि अधिकांश अस्पतालों में बेड खाली पड़े हैं, कई अस्पताल प्रबंधकों ने बेड कोविड मुक्त किए जाने की मांग की है। जनवरी के अंतिम सप्ताह तक इस पर निर्णय लिया जाएगा।
आठ दिन में हुई 6 मौत
24 जनवरी - 81 वर्षीय बुजुर्ग वैभव खंड इंदिरापुरम
23 जनवरी - 17 वर्षीय किशोर मोदीनगर
22 जनवरी - 40 वर्षीय महिला लोनी
20 जनवरी - 31 वर्षीय युवक डासना
20 जनवरी - 79 वर्षीय बुजुर्ग - कविनगर
16 जनवरी - 55 वर्षीय व्यक्ति मोदीनगर
24 घंटे में क्षेत्रवार संक्रमित मरीज
इंदिरापुरम - 95
कविनगर -67
लोनी - 55
मोदीनगर - 27
विजय नगर - 19
वैशाली - 17
नंदग्राम - 13
मुरादनगर - 12
मसूरी - 11
लिंक रोड - 07