नोएडा सेक्टर-120 स्थित प्रतीक लॉरेल सोसायटी के फ्लैट नं ई-402 में 16 जुलाई को पत्नी और बेटी की हत्या करने के बाद 19 जुलाई को यमुना एक्सप्रेसवे पर कार में जलकर मरे नितिन के साथ ही डबल मर्डर का रहस्य चला गया।
आखिर वह कौन सी बात थी, जिसकी वजह से नितिन ने अपनी पत्नी और चार साल की मासूम बच्ची की हत्या कर दी। अब शायद इस सवालों के जवाब नहीं मिल पाएंगे।
नोएडा में चर्चा का विषय बने सेक्टर-120 स्थित सोसायटी में डबल मर्डर के मामले में मिले सुबूतों से पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि नितिन ने ही पत्नी पारुल (28) और बेटी आईसी (4) को मारा था।
इसके बाद वह तीन दिन तक पत्नी और बेटी के शव के साथ उसी घर में रहा था। नितिन और पारुल के परिजनों से बातचीत के बाद भी इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया कि कौन सा ऐसा कारण था, जिसके लिए उसे अपना परिवार को ही समाप्त कर डाला।
उसका अपने परिवार से स्नेह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हत्या के बाद वह तीन दिन तक उसी घर में रहा। जहां पत्नी और बेटी का शव पड़ा हुआ था।
जबकि ऐसे माहौल में उसी घर में रहना किसी आम आदमी के लिए लगभग असंभव है। 19 जुलाई को यमुना एक्सप्रेसवे पर जाने से पहले उसने पत्नी के भाई को फोन कर पारुल के साथ झगड़े की बात भी बताई और सांकेतिक अंदाज में ‘सब कुछ खत्म हो गया’ कहकर दोनों की हत्या की बात भी स्वीकार कर ली थी।
गाड़ी में जलकर मरे शख्स की पहचान के लिए पुलिस ने नितिन के पिता महावीर निवासी रोहतक का डीएनए सैंपल लिया गया था। शनिवार को रिपोर्ट आई तो सैंपल मैच होने से यह स्पष्ट हो गया कि कार में नितिन ही था।
अब पुलिस इस केस की फाइल बंद कर सकती है। हालांकि, आगरा से फोरेंसिक लैब से हाथों के निशान और अन्य रिपोर्ट के अलावा गाड़ी की भी जांच रिपोर्ट अभी आनी है।
इस पूरे प्रकरण में नितिन और पारुल के परिजनों की तरफ से भी किसी के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोई दबाव नहीं था। पारुल के पिता सुरेंद्र कुमार निवासी रेवाड़ी की तरफ से सेक्टर-58 थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में अज्ञात व्यक्ति द्वारा पारुल और आईसी का हत्या करना लिखवाया गया था।
नोएडा सेक्टर-120 स्थित प्रतीक लॉरेल सोसायटी के फ्लैट नं ई-402 में 16 जुलाई को पत्नी और बेटी की हत्या करने के बाद 19 जुलाई को यमुना एक्सप्रेसवे पर कार में जलकर मरे नितिन के साथ ही डबल मर्डर का रहस्य चला गया।
आखिर वह कौन सी बात थी, जिसकी वजह से नितिन ने अपनी पत्नी और चार साल की मासूम बच्ची की हत्या कर दी। अब शायद इस सवालों के जवाब नहीं मिल पाएंगे।
नोएडा में चर्चा का विषय बने सेक्टर-120 स्थित सोसायटी में डबल मर्डर के मामले में मिले सुबूतों से पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि नितिन ने ही पत्नी पारुल (28) और बेटी आईसी (4) को मारा था।
'सब कुछ खत्म हो गया'
इसके बाद वह तीन दिन तक पत्नी और बेटी के शव के साथ उसी घर में रहा था। नितिन और पारुल के परिजनों से बातचीत के बाद भी इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया कि कौन सा ऐसा कारण था, जिसके लिए उसे अपना परिवार को ही समाप्त कर डाला।
उसका अपने परिवार से स्नेह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हत्या के बाद वह तीन दिन तक उसी घर में रहा। जहां पत्नी और बेटी का शव पड़ा हुआ था।
जबकि ऐसे माहौल में उसी घर में रहना किसी आम आदमी के लिए लगभग असंभव है। 19 जुलाई को यमुना एक्सप्रेसवे पर जाने से पहले उसने पत्नी के भाई को फोन कर पारुल के साथ झगड़े की बात भी बताई और सांकेतिक अंदाज में ‘सब कुछ खत्म हो गया’ कहकर दोनों की हत्या की बात भी स्वीकार कर ली थी।
अब पुलिस बंद करेगी केस की फाइल
गाड़ी में जलकर मरे शख्स की पहचान के लिए पुलिस ने नितिन के पिता महावीर निवासी रोहतक का डीएनए सैंपल लिया गया था। शनिवार को रिपोर्ट आई तो सैंपल मैच होने से यह स्पष्ट हो गया कि कार में नितिन ही था।
अब पुलिस इस केस की फाइल बंद कर सकती है। हालांकि, आगरा से फोरेंसिक लैब से हाथों के निशान और अन्य रिपोर्ट के अलावा गाड़ी की भी जांच रिपोर्ट अभी आनी है।
इस पूरे प्रकरण में नितिन और पारुल के परिजनों की तरफ से भी किसी के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोई दबाव नहीं था। पारुल के पिता सुरेंद्र कुमार निवासी रेवाड़ी की तरफ से सेक्टर-58 थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में अज्ञात व्यक्ति द्वारा पारुल और आईसी का हत्या करना लिखवाया गया था।