न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, कोटद्वार
Updated Mon, 04 Jan 2021 01:26 PM IST
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गत 25 दिसंबर को एक टाइल्स कारोबारी के घर पर हुई डकैती के मामले में कोटद्वार पुलिस पांच बदमाशों तक पहुंच गई है। पुलिस ने पांचों बदमाशों को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से दबोच लिया है। सोमवार को पुलिस के आला अधिकारी कोटद्वार में मामले का खुलासा किया। पुलिस ने बदमाशों के पास से लूट के 2,60,000 रुपए व ज्वेलरी, तीन तमन्चे, आठ जिन्दा कारतूस व दो चाकू भी जप्त किए हैं। साथ ही चोरी में प्रयुक्त तीन बाइकों को भी जप्त किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी ने बताया कि घटना के बाद से ही पुलिस की सात टीमें लगाई गई थी। जिसमें पुलिस ने 9 दिनों के लगातार प्रयास से सोमवार को अभियुक्त राजकुमार छोटा पुत्र जयवीर व उसके चार साथियों को चरथावल क्षेत्र मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश से डकैती के माल सहित गिरफ्तार किया है।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त राजकुमार द्वारा बताया गया कि प्रवीण प्रजापति वाली प्रमोद कुमार का करीबी रिश्तेदार है। उसने ही हमें बताया कि वह काफी धनवान है। जिसमें कपिल कुमार उर्फ रावण, संदीप कुमार उर्फ पिंटू , संजीव कुमार उर्फ सोनू, धीरज, अंकित पुंडीर, प्रवीण प्रजापति ने मिलकर प्रमोद कुमार के घर में डकैती करने की रणनीति बनाई।
फिर हमने प्रमोद कुमार के घर में डकैती की घटना को अंजाम दिया। अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है ।
गत 25 दिसंबर की सुबह कोटद्वार के देवी रोड में खुशी होटल के पीछे पांच नकाबपोश बदमाशों ने टाइल्स कारोबारी प्रमोद प्रजापति के घर में उनकी मां, पत्नी और बेटी को बंधक बनाकर लाखों की नकदी और जेवरों की लूटपाट की थी। कारोबारी की तहरीर पर कोतवाली में पांच अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
मामले के खुलासे के लिए घटना के ही दिन ही पुलिस की छह टीमें गठित कर दी गई थी। पुलिस टीमों को सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज से अच्छी लीड मिली और इसके बाद सभी टीमों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में डेरा जमाया रखा। टाइल्स कारोबारी मूल रूप से मुजफ्फरनगर जनपद के निवासी हैं। उसकी वहां पर नाते रिश्तेदारी भी है।
हरिद्वार में प्रमोद प्रजापति की टाइल्स की फैक्ट्री के साथ ही एक आटा मिल भी है। पुलिस का पूरा फोकस हरिद्वार के बाद मुजफ्फरनगर पर ही था। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों के मुजफ्फरनगर पहुंचने की पुष्टि हुई। पुलिस शुरू से ही डकैती के तार हरिद्वार से जोड़कर चल रही थी।
गत 25 दिसंबर को एक टाइल्स कारोबारी के घर पर हुई डकैती के मामले में कोटद्वार पुलिस पांच बदमाशों तक पहुंच गई है। पुलिस ने पांचों बदमाशों को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से दबोच लिया है। सोमवार को पुलिस के आला अधिकारी कोटद्वार में मामले का खुलासा किया। पुलिस ने बदमाशों के पास से लूट के 2,60,000 रुपए व ज्वेलरी, तीन तमन्चे, आठ जिन्दा कारतूस व दो चाकू भी जप्त किए हैं। साथ ही चोरी में प्रयुक्त तीन बाइकों को भी जप्त किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी ने बताया कि घटना के बाद से ही पुलिस की सात टीमें लगाई गई थी। जिसमें पुलिस ने 9 दिनों के लगातार प्रयास से सोमवार को अभियुक्त राजकुमार छोटा पुत्र जयवीर व उसके चार साथियों को चरथावल क्षेत्र मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश से डकैती के माल सहित गिरफ्तार किया है।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त राजकुमार द्वारा बताया गया कि प्रवीण प्रजापति वाली प्रमोद कुमार का करीबी रिश्तेदार है। उसने ही हमें बताया कि वह काफी धनवान है। जिसमें कपिल कुमार उर्फ रावण, संदीप कुमार उर्फ पिंटू , संजीव कुमार उर्फ सोनू, धीरज, अंकित पुंडीर, प्रवीण प्रजापति ने मिलकर प्रमोद कुमार के घर में डकैती करने की रणनीति बनाई।
फिर हमने प्रमोद कुमार के घर में डकैती की घटना को अंजाम दिया। अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है ।
बंधक बनाकर लाखों की नकदी और जेवरों की लूटपाट की थी
गत 25 दिसंबर की सुबह कोटद्वार के देवी रोड में खुशी होटल के पीछे पांच नकाबपोश बदमाशों ने टाइल्स कारोबारी प्रमोद प्रजापति के घर में उनकी मां, पत्नी और बेटी को बंधक बनाकर लाखों की नकदी और जेवरों की लूटपाट की थी। कारोबारी की तहरीर पर कोतवाली में पांच अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
मामले के खुलासे के लिए घटना के ही दिन ही पुलिस की छह टीमें गठित कर दी गई थी। पुलिस टीमों को सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज से अच्छी लीड मिली और इसके बाद सभी टीमों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में डेरा जमाया रखा। टाइल्स कारोबारी मूल रूप से मुजफ्फरनगर जनपद के निवासी हैं। उसकी वहां पर नाते रिश्तेदारी भी है।
हरिद्वार में प्रमोद प्रजापति की टाइल्स की फैक्ट्री के साथ ही एक आटा मिल भी है। पुलिस का पूरा फोकस हरिद्वार के बाद मुजफ्फरनगर पर ही था। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों के मुजफ्फरनगर पहुंचने की पुष्टि हुई। पुलिस शुरू से ही डकैती के तार हरिद्वार से जोड़कर चल रही थी।