कश्मीरी छात्रों से मारपीट और मुलाना छोड़ने की धमकी देने पर पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। एक कश्मीरी युवक के साथ करीब आठ लोगों द्वारा की गई मारपीट के बाद दर्ज हुए मामले में भी पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। साथ ही वीडियो में दिखने वाले लोगों की भी तलाश तेज कर दी गई है।
पुलिस की कार्रवाई के बाद हालात सामान्य होते नहीं दिख रहे हैं। सोमवार को भी दिनभर पुलिस टीमें मुलाना में तैनात रहीं और यूनिवर्सिटी के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई। सुरक्षा के आश्वासनों के बावजूद कई कश्मीरी विद्यार्थी यूनिवर्सिटी छोड़ अपने घरों को रवाना हो गए।
इस तरह हुई प्रशासन की कसरत
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से मुलाना क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। मुनादी करवाकर कश्मीरी छात्रों को 24 घंटे में क्षेत्र छोडने को कहा गया, जिसके बाद छात्रों व अन्य कश्मीरी लोगों जो रोजगार की तलाश में यहां आए हैं उनमें दहशत फैल गई। हालांकि जिसकी शह पर यह मुनादी करवाई गई, उसने यूटर्न ले लिया, जबकि पुलिस ने यह मान लिया कि मामला शांत हो गया है।
इसके बाद मामला इस कदर तूल पकड़ गया कि पुलिस व स्थानीय अधिकारियों की बात कोई भी कश्मीरी छात्र मानने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद मामला डीसी व एसपी के संज्ञान में लाया गया। इसके बाद एसपी व डीसी ने कश्मीरी छात्रों के साथ मैराथन बैठक की, जिसके बाद छात्रों ने आश्वासन दिया कि वे मुलाना से नहीं जाएंगे।
अज्ञाज के खिलाफ दो मामले दर्ज किए
पुलिस ने दो अलग-अलग मामले में विभिन्न धाराओं के तहत दो मामले दर्ज किए हैं। हालांकि इसमें किसी का नाम नहीं है, जबकि घटनाओं का जिक्र किया गया है। पुलिस ने भी माना कि सूचना थी कि अजहर निवासी गांव सीलू सोपोर, जिला बारामूला जम्मू कश्मीर, जो एमएमयू का छात्र है एक दुकान पर सामान लेने गया था।
इस युवक के साथ करीब आठ युवकों ने मारपीट की है। इसी तरह एक अन्य मामले में पुलिस ने माना कि एक वीडियो मिला है, जिसमें दो लड़के अपने कमरे में मौजूद हैं और इन लड़कों को क्षेत्र छोड़ने की बात की जा रही है। इसमें एक युवक कश्मीरी युवक को जूते से मारता है। इसी आधार पर पुलिस ने एक अन्य मामला दर्ज किया है।
जिसने मुनादी कर माहौल बिगाड़ा, उस पर कार्रवाई कब
इस मामले में पुलिस पर सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि जिस व्यक्ति की शह पर मुलाना क्षेत्र में मुनादी कर कश्मीरी युवाओं व छात्रों को क्षेत्र 24 घंटे में छोड़ने की चेतावनी दी गई, उस पर कार्रवाई कब की जाएगी। मुनादी होने के बाद से ही हालात बिगड़ने लगे थे। पुलिस अभी तक मुनादी करवाने वाले और इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई नहीं कर पाई है। यदि पुलिस ने सख्ती नहीं की अन्य कश्मीरी छात्र भी यहां से घर लौट सकते हैं।
यूनिवर्सिटी परिसर में पुलिस तैनात
सोमवार को एमएम मुलाना परिसर में डीएसपी नारायणगढ़ व थाना मुलाना प्रभारी हरभजन सिंह दलबल के साथ हॉस्टल में रहने वाले कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा में तैनात रहे। वहीं होली चौक पर बराड़ा प्रभारी रामेश्वर आनंद दलबल सहित तैनात रहे। पुलिस का कहना है कि कश्मीरी युवाओं की सुरक्षा के लिए सतर्क हैं।
यूनिवर्सिटी परिसर सहित अन्य क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात है। किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है। कश्मीरी विद्यार्थियों को घबराने की जरूरत नहीं है। - सुधीर तनेजा, डीएसपी बराड़ा।
कश्मीरी छात्रों से मारपीट और मुलाना छोड़ने की धमकी देने पर पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। एक कश्मीरी युवक के साथ करीब आठ लोगों द्वारा की गई मारपीट के बाद दर्ज हुए मामले में भी पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। साथ ही वीडियो में दिखने वाले लोगों की भी तलाश तेज कर दी गई है।
पुलिस की कार्रवाई के बाद हालात सामान्य होते नहीं दिख रहे हैं। सोमवार को भी दिनभर पुलिस टीमें मुलाना में तैनात रहीं और यूनिवर्सिटी के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई। सुरक्षा के आश्वासनों के बावजूद कई कश्मीरी विद्यार्थी यूनिवर्सिटी छोड़ अपने घरों को रवाना हो गए।
इस तरह हुई प्रशासन की कसरत
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से मुलाना क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। मुनादी करवाकर कश्मीरी छात्रों को 24 घंटे में क्षेत्र छोडने को कहा गया, जिसके बाद छात्रों व अन्य कश्मीरी लोगों जो रोजगार की तलाश में यहां आए हैं उनमें दहशत फैल गई। हालांकि जिसकी शह पर यह मुनादी करवाई गई, उसने यूटर्न ले लिया, जबकि पुलिस ने यह मान लिया कि मामला शांत हो गया है।
इसके बाद मामला इस कदर तूल पकड़ गया कि पुलिस व स्थानीय अधिकारियों की बात कोई भी कश्मीरी छात्र मानने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद मामला डीसी व एसपी के संज्ञान में लाया गया। इसके बाद एसपी व डीसी ने कश्मीरी छात्रों के साथ मैराथन बैठक की, जिसके बाद छात्रों ने आश्वासन दिया कि वे मुलाना से नहीं जाएंगे।
अज्ञाज के खिलाफ दो मामले दर्ज किए
पुलिस ने दो अलग-अलग मामले में विभिन्न धाराओं के तहत दो मामले दर्ज किए हैं। हालांकि इसमें किसी का नाम नहीं है, जबकि घटनाओं का जिक्र किया गया है। पुलिस ने भी माना कि सूचना थी कि अजहर निवासी गांव सीलू सोपोर, जिला बारामूला जम्मू कश्मीर, जो एमएमयू का छात्र है एक दुकान पर सामान लेने गया था।