वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, इस्लामाबाद
Published by: Kuldeep Singh
Updated Thu, 06 Aug 2020 05:05 AM IST
पाकिस्तान में हिंदुओं को नौकरी के लिए जबरन इस्लाम अपनाने को मजबूर किया जा रहा है। इस साल जून में सिंध प्रांत के बदीन में बड़े पैमाने पर हिंदू परिवारों को नौकरी के लिए धर्मांतरण कराया गया। धर्म परिवर्तन करने वाले मुहम्मद असलम शेख ने कहा, हम सिर्फ सामाजिक समानता चाहते हैं और कुछ नहीं। गरीब हिंदु परिवारों में धर्मांतरण आम हो गया है। दिन में एक कार्यक्रम में करीब 100 लोगों का धर्मांतरण कराया गया। जून तक शेख का असली नाम सावन भील था, जिन्होेंने अपने परिवार के साथ इस्लाम अपना लिया।
जब पाकिस्तान अस्तित्व में आया था, तब वहां हिंदु आबादी 20.5 फीसदी थी, लेकिन उसके बाद उनकी संख्या तेजी से घटी है। 1998 में पाकिस्तानी सरकार ने धर्म के आधार पर लोगों की जनगणना की थी, जिसके मुताबिक पाक में हिंदुओं की संख्या महज 1.6 फीसदी रह गई है। कुल मिलाकर पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है। लेकिन इनमें से गरीब हिंदुओं की हालात सबसे ज्यादा खराब है। पीटीआई के हिंदू सांसद लाल चंद महली कहते हैं कि मस्जिद, चैरिटी और व्यापारी गरीब हिंदुओं का आसानी से शोषण करते हैं और उन्हें इस्लाम कुबूलने का लालच देते हैं। इसमें काफी पैसा शामिल होता है।
पाकिस्तान में हिंदुओं को नौकरी के लिए जबरन इस्लाम अपनाने को मजबूर किया जा रहा है। इस साल जून में सिंध प्रांत के बदीन में बड़े पैमाने पर हिंदू परिवारों को नौकरी के लिए धर्मांतरण कराया गया। धर्म परिवर्तन करने वाले मुहम्मद असलम शेख ने कहा, हम सिर्फ सामाजिक समानता चाहते हैं और कुछ नहीं। गरीब हिंदु परिवारों में धर्मांतरण आम हो गया है। दिन में एक कार्यक्रम में करीब 100 लोगों का धर्मांतरण कराया गया। जून तक शेख का असली नाम सावन भील था, जिन्होेंने अपने परिवार के साथ इस्लाम अपना लिया।
जब पाकिस्तान अस्तित्व में आया था, तब वहां हिंदु आबादी 20.5 फीसदी थी, लेकिन उसके बाद उनकी संख्या तेजी से घटी है। 1998 में पाकिस्तानी सरकार ने धर्म के आधार पर लोगों की जनगणना की थी, जिसके मुताबिक पाक में हिंदुओं की संख्या महज 1.6 फीसदी रह गई है। कुल मिलाकर पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है। लेकिन इनमें से गरीब हिंदुओं की हालात सबसे ज्यादा खराब है। पीटीआई के हिंदू सांसद लाल चंद महली कहते हैं कि मस्जिद, चैरिटी और व्यापारी गरीब हिंदुओं का आसानी से शोषण करते हैं और उन्हें इस्लाम कुबूलने का लालच देते हैं। इसमें काफी पैसा शामिल होता है।