काशीपुर। रिश्तों के घालमेल का एक अजब मामला सामने आया है। एक महिला ने घर में रह रहे प्रेमी को पुत्र बताकर उसका निकाह करा दिया। विवाहिता का आरोप है कि मामला खुुलने पर तलाक की धमकी देकर उसे प्रताड़ित किया गया। महिला हेल्पलाइन में सुनवाई के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और घरेलू हिंसा करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।
मोहल्ला अल्लीखां निवासी एक विवाहिता ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) का एक दंपती उसके घर रिश्ता लेकर आया और कहा कि उनका बेटा सऊदी में कारपेंटर का काम करता है। कोरोना काल के दौरान उसके परिजन ज्यादा छानबीन नहीं कर पाए और 23 जून 2021 को उसका निकाह उक्त युवक के साथ हो गया। ससुराल जाकर पता लगा कि उसकी कथित सास की वर्ष 2010 में ही शादी हुई है। उनके छह वर्ष की एक बेटी भी है। उसका पति इस दंपती का वास्तविक पुत्र नहीं है।
वह मूल रूप से चांदपुर, जिला बिजनौर का निवासी है। वर्ष 2012 से वह इस दंपती के मकान में किराए पर रह रहा था। उसके मकान मालकिन से संबंध हो गए। लोक लाज के डर से उस समय नवविवाहित महिला ने किराएदार युवक को गोद ले लिया। विवाहिता का कहना है कि शादी के बाद कई दिन तक पति ने उससे बात तक नहीं की। बाद में उसे पति की कथित मां और पति के संबंध के बारे में पता चला। आरोप है कि विरोध करने पर पति उसे तलाक की धमकी देते हुए चुप रहने के लिए कहता रहा। आरोपियों ने उसे 21 दिसंबर 2021 को मारपीट कर घर से निकाल दिया। बाद में पति उसे अलग रखने का भरोसा दिलाकर साथ ले गया। मार्च 2022 में उसने एक पुत्री पैदा हुई। इसके बाद भी पति का मकान मालकिन के साथ मिलना जुलना जारी रहा। विरोध करने पर उसका पति कहीं चला गया। 29 मई को वह मायके आ गई। महिला हेल्पलाइन प्रभारी इंस्पेक्टर प्रतिमा भट्ट ने जांच की। तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पति और दंपती के खिलाफ घरेलू हिंसा और धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया।