जखोली। विकासखंड के थाती-बड़मा में प्रस्तावित सैनिक स्कूल का निर्माण कार्य बीते दो वर्ष से ठप होने से क्षेत्रीय जनता में रोष पनप रहा है। सैनिक स्कूल निर्माण संघर्ष समिति ने प्रदेश सरकार से जल्द कार्य शुरू कराने की मांग की है।
समिति के अध्यक्ष कालीचरण सिंह रावत ने एक जारी बयान में कहा है कि प्रदेश सरकार जखोली के थाती-बड़मा में प्रस्तावित सैनिक स्कूल निर्माण के प्रति गंभीर नहीं है। वर्ष 2014 में सैनिक स्कूल की घोषणा की गई थी। तब, थाती, बड़मा व अन्य गांवों के ग्रामीणों ने अपनी एक हजार नाली भूमि स्कूल कैंपस के लिए दान की थी। यूपी निर्माण निगम द्वारा 10 करोड़ रुपये खर्च कर खानापूर्ति के तौर पर कार्य किया गया, जिसकी 2016 में तत्कालीन सीएम ने जांच कराई, लेकिन तब से न तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो पाई और न पुन: कार्य शुरू हुआ। कहा कि सरकारी तंत्र के उपेक्षित रवैए से क्षेत्रीय जनता आहत है। अब, सैनिक स्कूल कैंपस निर्माण के लिए आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। कहा कि अगर, एक माह में भीतर शासन स्तर पर मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो जनांदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
जखोली। विकासखंड के थाती-बड़मा में प्रस्तावित सैनिक स्कूल का निर्माण कार्य बीते दो वर्ष से ठप होने से क्षेत्रीय जनता में रोष पनप रहा है। सैनिक स्कूल निर्माण संघर्ष समिति ने प्रदेश सरकार से जल्द कार्य शुरू कराने की मांग की है।
समिति के अध्यक्ष कालीचरण सिंह रावत ने एक जारी बयान में कहा है कि प्रदेश सरकार जखोली के थाती-बड़मा में प्रस्तावित सैनिक स्कूल निर्माण के प्रति गंभीर नहीं है। वर्ष 2014 में सैनिक स्कूल की घोषणा की गई थी। तब, थाती, बड़मा व अन्य गांवों के ग्रामीणों ने अपनी एक हजार नाली भूमि स्कूल कैंपस के लिए दान की थी। यूपी निर्माण निगम द्वारा 10 करोड़ रुपये खर्च कर खानापूर्ति के तौर पर कार्य किया गया, जिसकी 2016 में तत्कालीन सीएम ने जांच कराई, लेकिन तब से न तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो पाई और न पुन: कार्य शुरू हुआ। कहा कि सरकारी तंत्र के उपेक्षित रवैए से क्षेत्रीय जनता आहत है। अब, सैनिक स्कूल कैंपस निर्माण के लिए आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। कहा कि अगर, एक माह में भीतर शासन स्तर पर मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो जनांदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।