हल्द्वानी। गांधीनगर में शुक्रवार शाम भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने सामने आ गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मेयर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस के हस्तक्षेप पर विवाद शांत हुआ। मेयर बगैर जनसभा किए लौट गए। इस मामले में बगैर अनुमति जनसभा करने पर रिटर्निंग आफिसर ने मेयर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
भाजपा के नगर अध्यक्ष विनीत अग्रवाल का कहना था कि उन्होंने गांधीनगर में पार्टी की एक बैठक बुलाई थी, जिसमें भाजपा प्रत्याशी और मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला को बुलाया गया था। इस बीच कांग्रेस समर्थकों ने मेयर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। स्थिति गंभीर होने पर बनभूलपुरा पुलिस मौके पर पहुंची, जिस पर नारेबाजी कर रहे लोग शांत हो गए।
पुलिस की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने मौके पर फ्लाइंग स्क्वायड दल (एफएसटी) को जांच के लिए भेजा। एफएसटी ने रिपोर्ट में बताया कि गांधीनगर तिराहे पर नुक्कड़ सभा की गई है और करीब सौ लोग मौजूद थे। इस मामले में रिटर्निंग ऑफिसर से अनुमति नहीं ली गई।
एफएसटी की रिपोर्ट पर रिटर्निंग आफिसर ने मेयर रौतेला को नोटिस जारी कर कहा कि यह कार्यक्रम आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में आता है। चेताया कि इस मामले में आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 महामारी अधिनियम 1897 के तहत धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में 24 घंटे के भीतर भाजपा प्रत्याशी को जवाब देना होगा।
कांग्रेस की तुच्छ राजनीति बर्दाश्त नहीं : डॉ. रौतेला
मेयर डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला ने आरोप लगाया कि इस प्रकार की तुच्छ राजनीति के पीछे कांग्रेस प्रत्याशी हैं। भाजपा ऐसी राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी। वह सभा के लिए नहीं, बल्कि पार्टी की बैठक के लिए आए थे। इस कार्यक्रम में कांग्रेस ने विघ्न पैदा किया। स्थानीय लोगों और पर्यावरण मित्रों के चलते टकराव होने से बच गया। यह चुनाव प्रदेश के नीति निर्माताओं के लिए है।
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मेयर के खिलाफ जनता में आक्रोश : सुमित
कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश ने बताया कि गांधीनगर की घटना में उनका कोई हाथ नहीं है। वहां मेयर के खिलाफ जनता ने आक्रोश प्रकट किया है। इसके पहले मेयर के आवास पर एक महिला आत्मदाह के लिए गई थी। नौकरियों में धांधली को लेकर उनके खिलाफ लोग गुस्से में हैं।
हल्द्वानी। गांधीनगर में शुक्रवार शाम भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने सामने आ गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मेयर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस के हस्तक्षेप पर विवाद शांत हुआ। मेयर बगैर जनसभा किए लौट गए। इस मामले में बगैर अनुमति जनसभा करने पर रिटर्निंग आफिसर ने मेयर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
भाजपा के नगर अध्यक्ष विनीत अग्रवाल का कहना था कि उन्होंने गांधीनगर में पार्टी की एक बैठक बुलाई थी, जिसमें भाजपा प्रत्याशी और मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला को बुलाया गया था। इस बीच कांग्रेस समर्थकों ने मेयर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। स्थिति गंभीर होने पर बनभूलपुरा पुलिस मौके पर पहुंची, जिस पर नारेबाजी कर रहे लोग शांत हो गए।
पुलिस की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने मौके पर फ्लाइंग स्क्वायड दल (एफएसटी) को जांच के लिए भेजा। एफएसटी ने रिपोर्ट में बताया कि गांधीनगर तिराहे पर नुक्कड़ सभा की गई है और करीब सौ लोग मौजूद थे। इस मामले में रिटर्निंग ऑफिसर से अनुमति नहीं ली गई।
एफएसटी की रिपोर्ट पर रिटर्निंग आफिसर ने मेयर रौतेला को नोटिस जारी कर कहा कि यह कार्यक्रम आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में आता है। चेताया कि इस मामले में आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 महामारी अधिनियम 1897 के तहत धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में 24 घंटे के भीतर भाजपा प्रत्याशी को जवाब देना होगा।
कांग्रेस की तुच्छ राजनीति बर्दाश्त नहीं : डॉ. रौतेला
मेयर डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला ने आरोप लगाया कि इस प्रकार की तुच्छ राजनीति के पीछे कांग्रेस प्रत्याशी हैं। भाजपा ऐसी राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी। वह सभा के लिए नहीं, बल्कि पार्टी की बैठक के लिए आए थे। इस कार्यक्रम में कांग्रेस ने विघ्न पैदा किया। स्थानीय लोगों और पर्यावरण मित्रों के चलते टकराव होने से बच गया। यह चुनाव प्रदेश के नीति निर्माताओं के लिए है।
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मेयर के खिलाफ जनता में आक्रोश : सुमित
कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश ने बताया कि गांधीनगर की घटना में उनका कोई हाथ नहीं है। वहां मेयर के खिलाफ जनता ने आक्रोश प्रकट किया है। इसके पहले मेयर के आवास पर एक महिला आत्मदाह के लिए गई थी। नौकरियों में धांधली को लेकर उनके खिलाफ लोग गुस्से में हैं।