पिछले दो साल कोराना संक्रमण के चलते कांवड़ यात्रा नहीं हो पाई। श्रावण की यात्रा नहीं होने कारण प्रशासन ने कांवड़ पटरी की सुध भी नहीं ली। हालात यह हैं कि कांवड़ पटरी जगह-जगह उखड़ गई है। गहरे गड्ढे होने के साथ बजरी व रोड़ी बिखरी पड़ी है। ऐसे में यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, कांवड़ यात्रा को देखते हुए धर्मनगरी सीएम पुष्कर सिंह धामी भी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दे चुके हैं।
इस बार कोरोना संक्रमण कम होने के कारण सबकुछ सामान्य रूप से चल रहा है। ऐसे में जुलाई में दो साल बाद कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। जिससे इस बार रिकॉर्ड तोड़ भीड़ शिवभक्तों की आ सकती है। इससे सीएम पुष्कर सिंह धामी भी बेहद गंभीर नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को डामकोठी में अफसरों की बैठक में सीएम की ओर से यात्रा से पहले कांवड़ मार्गों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। क्योंकि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों से गुजर रहे कांवड़ मार्गों की हालत खस्ता हुई पड़ी है। शहर में हरकी पैड़ी से अलकनंदा घाट, शंकराचार्य चौक से प्रेमनगर आश्रम के सामने से लेकर सिंहद्वार, ज्वालापुर रानीपुर झाल से बहादराबाद जा रहा कांवड़ मार्ग जगह-जगह से टूटा-फूटा पड़ा हुआ है।
कीचड़ में तब्दली हुआ मार्ग
पथरी। पदार्था में वन गुर्जर बस्ती में मुख्य मार्ग जगह-जगह से टूट गया है। कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़िए हरिद्वार-लक्सर मार्ग से पदार्था, मुस्तफाबाद में वन गुर्जर बस्ती से मुख्य मार्ग से होते हुए सुल्तानपुर व लक्सर पहुंचते हैं। इस मार्ग में सड़क टूटने से जलभराव और कीचड़ हो गया है। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है। पूर्व प्रधान नजाकत अली, यामीन कसाना, हाजी गनी, मीर हसन आदि लोगों ने डीएम को पत्र भेजकर मार्ग पर सड़क का निर्माण कराने की मांग है। संवाद
पांच में से चार किलोमीटर सड़क बदहाल
बहादराबाद। रानीपुर झाल से बाहदराबाद लगभग पांच किलोमीटर कांवड़ नहर पटरी की हालत काफी खस्ता है। बजरी उखड़ चुकी है। 5 किलोमीटर मार्ग में लगभग 4 किलोमीटर सड़क की हालत बद से बदतर है। बजरी के उखड़ने से सड़क पर राहगीरों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। प्रशासन की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। संवाद
इस वर्ष जिस तरह से चारधाम के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। उसको देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन कांवड़ यात्रा को भव्य रूप से मनाने की तैयारी में जुट गया है। तमाम विभागों के अधिकारियों को कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए हैं। कांवड़ मार्ग से लेकर सभी व्यवस्थाएं कांवड़ यात्रा से पहले पूरी कर ली जाएंगी। जिससे कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
- विनय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी
पिछले दो साल कोराना संक्रमण के चलते कांवड़ यात्रा नहीं हो पाई। श्रावण की यात्रा नहीं होने कारण प्रशासन ने कांवड़ पटरी की सुध भी नहीं ली। हालात यह हैं कि कांवड़ पटरी जगह-जगह उखड़ गई है। गहरे गड्ढे होने के साथ बजरी व रोड़ी बिखरी पड़ी है। ऐसे में यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, कांवड़ यात्रा को देखते हुए धर्मनगरी सीएम पुष्कर सिंह धामी भी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दे चुके हैं।
इस बार कोरोना संक्रमण कम होने के कारण सबकुछ सामान्य रूप से चल रहा है। ऐसे में जुलाई में दो साल बाद कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। जिससे इस बार रिकॉर्ड तोड़ भीड़ शिवभक्तों की आ सकती है। इससे सीएम पुष्कर सिंह धामी भी बेहद गंभीर नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को डामकोठी में अफसरों की बैठक में सीएम की ओर से यात्रा से पहले कांवड़ मार्गों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। क्योंकि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों से गुजर रहे कांवड़ मार्गों की हालत खस्ता हुई पड़ी है। शहर में हरकी पैड़ी से अलकनंदा घाट, शंकराचार्य चौक से प्रेमनगर आश्रम के सामने से लेकर सिंहद्वार, ज्वालापुर रानीपुर झाल से बहादराबाद जा रहा कांवड़ मार्ग जगह-जगह से टूटा-फूटा पड़ा हुआ है।
कीचड़ में तब्दली हुआ मार्ग
पथरी। पदार्था में वन गुर्जर बस्ती में मुख्य मार्ग जगह-जगह से टूट गया है। कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़िए हरिद्वार-लक्सर मार्ग से पदार्था, मुस्तफाबाद में वन गुर्जर बस्ती से मुख्य मार्ग से होते हुए सुल्तानपुर व लक्सर पहुंचते हैं। इस मार्ग में सड़क टूटने से जलभराव और कीचड़ हो गया है। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है। पूर्व प्रधान नजाकत अली, यामीन कसाना, हाजी गनी, मीर हसन आदि लोगों ने डीएम को पत्र भेजकर मार्ग पर सड़क का निर्माण कराने की मांग है। संवाद
पांच में से चार किलोमीटर सड़क बदहाल
बहादराबाद। रानीपुर झाल से बाहदराबाद लगभग पांच किलोमीटर कांवड़ नहर पटरी की हालत काफी खस्ता है। बजरी उखड़ चुकी है। 5 किलोमीटर मार्ग में लगभग 4 किलोमीटर सड़क की हालत बद से बदतर है। बजरी के उखड़ने से सड़क पर राहगीरों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। प्रशासन की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। संवाद
इस वर्ष जिस तरह से चारधाम के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। उसको देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन कांवड़ यात्रा को भव्य रूप से मनाने की तैयारी में जुट गया है। तमाम विभागों के अधिकारियों को कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए हैं। कांवड़ मार्ग से लेकर सभी व्यवस्थाएं कांवड़ यात्रा से पहले पूरी कर ली जाएंगी। जिससे कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
- विनय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी