सिंचाई खंड के धारचूला जाने की सुगबुगाहट से लोगों में गुस्सा है। गुस्साए लोगों ने मुख्यमंत्री का ज्ञापन भेजकर डिवीजन को किसी भी हालत में अन्यत्र नहीं भेजने की मांग की है। किसानों के डिवीजन को अन्यत्र भेजने पर आंदोलन शुरू की चेतावनी दी है।
किसानों का कहना है कि इस क्षेत्र में सर्वाधिक नहरें हैं। इस बीच शासन स्तर पर डिवीजन को धारचूला ले जाने की तैयारी चल रही है।
किसानों का कहना है कि डिवीजन के धारचूला शिफ्ट होने पर उनकी समस्याएं बढ़ जाएंगी। बंद नहरें समय से नहीं खुल पाएंगी। नहरों का नव निर्माण और जीर्णोद्धार आदि कार्य प्रभावित होंगे। उन्होंने सीएम से डिवीजन को किसी भी हालत में अन्यत्र शिफ्ट नहीं करने की मांग है। चेतावनी दी कि यदि डिवीजन को अन्यत्र शिफ्ट किया गया तो आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
ज्ञापन भेजने वालों में हरीश सिंह शाही, शेर सिंह, राम राम सिंह, नारायण कपकोटी, नंदन कपकोटी, दीवान राम तिरूवा, कैलाश सिंह, गणेश दत्त, पीतांबर जोशी, कवींद्र सिंह, लोकपाल कोरंगा, शेर राम और प्रेम प्रकाश आदि शामिल हैं।
धारचूला में मेरी तैनाती बाढ़ नियंत्रण के कार्यों को संपादित करने के लिए हुई है। आपदा प्रबंधन के कार्यों की देखरेख के लिए उच्चाधिकारियों से पिछले दिनों पत्र भी मिला था लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण फिलहाल मामला शांत है। - बीके पांडे, ईई, सिंचाई खंड कपकोट
कपकोट से सिंचाई खंड को अन्यत्र नहीं जाने दूंगा। इस मामले सिंचाई मंत्री से बात कर ली है। क्षेत्र में नहरों की संख्या अधिक है। डिवीजन के अन्यत्र जाने से नहरों का काम प्रभावित होगा। - बलवंत भौर्याल, विधायक कपकोट।
सिंचाई खंड के धारचूला जाने की सुगबुगाहट से लोगों में गुस्सा है। गुस्साए लोगों ने मुख्यमंत्री का ज्ञापन भेजकर डिवीजन को किसी भी हालत में अन्यत्र नहीं भेजने की मांग की है। किसानों के डिवीजन को अन्यत्र भेजने पर आंदोलन शुरू की चेतावनी दी है।
किसानों का कहना है कि इस क्षेत्र में सर्वाधिक नहरें हैं। इस बीच शासन स्तर पर डिवीजन को धारचूला ले जाने की तैयारी चल रही है।
किसानों का कहना है कि डिवीजन के धारचूला शिफ्ट होने पर उनकी समस्याएं बढ़ जाएंगी। बंद नहरें समय से नहीं खुल पाएंगी। नहरों का नव निर्माण और जीर्णोद्धार आदि कार्य प्रभावित होंगे। उन्होंने सीएम से डिवीजन को किसी भी हालत में अन्यत्र शिफ्ट नहीं करने की मांग है। चेतावनी दी कि यदि डिवीजन को अन्यत्र शिफ्ट किया गया तो आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
ज्ञापन भेजने वालों में हरीश सिंह शाही, शेर सिंह, राम राम सिंह, नारायण कपकोटी, नंदन कपकोटी, दीवान राम तिरूवा, कैलाश सिंह, गणेश दत्त, पीतांबर जोशी, कवींद्र सिंह, लोकपाल कोरंगा, शेर राम और प्रेम प्रकाश आदि शामिल हैं।
धारचूला में मेरी तैनाती बाढ़ नियंत्रण के कार्यों को संपादित करने के लिए हुई है। आपदा प्रबंधन के कार्यों की देखरेख के लिए उच्चाधिकारियों से पिछले दिनों पत्र भी मिला था लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण फिलहाल मामला शांत है। - बीके पांडे, ईई, सिंचाई खंड कपकोट
कपकोट से सिंचाई खंड को अन्यत्र नहीं जाने दूंगा। इस मामले सिंचाई मंत्री से बात कर ली है। क्षेत्र में नहरों की संख्या अधिक है। डिवीजन के अन्यत्र जाने से नहरों का काम प्रभावित होगा। - बलवंत भौर्याल, विधायक कपकोट।