मछलीशहर कोतवाली क्षेत्र के सहिजदपुर बरहता गांव में मंगलवार की रात करीब 12 बजे रिहायशी झोपड़ी की कच्ची दीवार ढह गई। इसमें अंदर सो रहे वृद्ध की मलबे में दबकर मौत हो गई।
रामनाथ (60) परिवार के साथ अपने रिहायशी झोपड़ी में सो रहे थे। रात करीब 12 बजे अचानक छप्पर की दीवार ढह गई। जिसके मलबे में रामनाथ दब गए। आनन-फानन में लोग उन्हें मलबे से बाहर निकाले। परिजन अस्पताल ले जाने के लिए की तैयारी कर रहे थे कि उन्होंने दम तोड़ दिया। उधर बुधवार की सुबह परिजनों ने घटना की सूचना एसडीएम को दिया। जिन्होंने लेखपाल और पुलिस को मौके पर भेजा। मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर गोपालजी तिवारी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में कोतवाल दिनेश प्रकाश पांडेय ने बताया कि बारिश के कारण मड़हे की मिट्टी गल गई थी, जिसके कारण रात में दीवार ढह गई । फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
मछलीशहर कोतवाली क्षेत्र के सहिजदपुर बरहता गांव में मंगलवार की रात करीब 12 बजे रिहायशी झोपड़ी की कच्ची दीवार ढह गई। इसमें अंदर सो रहे वृद्ध की मलबे में दबकर मौत हो गई।
रामनाथ (60) परिवार के साथ अपने रिहायशी झोपड़ी में सो रहे थे। रात करीब 12 बजे अचानक छप्पर की दीवार ढह गई। जिसके मलबे में रामनाथ दब गए। आनन-फानन में लोग उन्हें मलबे से बाहर निकाले। परिजन अस्पताल ले जाने के लिए की तैयारी कर रहे थे कि उन्होंने दम तोड़ दिया। उधर बुधवार की सुबह परिजनों ने घटना की सूचना एसडीएम को दिया। जिन्होंने लेखपाल और पुलिस को मौके पर भेजा। मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर गोपालजी तिवारी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में कोतवाल दिनेश प्रकाश पांडेय ने बताया कि बारिश के कारण मड़हे की मिट्टी गल गई थी, जिसके कारण रात में दीवार ढह गई । फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।