टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Tue, 16 Feb 2021 01:45 PM IST
किसान आंदोलन में हिंसा के बाद सामने आए टूलकिट को लेकर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अभी हाल ही में दिल्ली पुलिस ने टूलकिट से संबंध होने को लेकर दो लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं अब जूम मीटिंग एप को भी दिल्ली पुलिस ने नोटिस भेजा है। दिल्ली पुलिस ने जूम से 11 जनवरी को हुई ऑनलाइन मीटिंग की पूरी जानकारी मांगी है।
बता दें कि किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी टूलकिट साझा करने के आरोप में बॉम्बे हाईकोर्ट की वकील निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। इस टूलकिट को एडिट करने और इसे सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में पहले ही पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार किया जा चुका है।
निकिता ने बॉम्बे हाईकोर्ट में ट्रांजिट जमानत याचिका दायर की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि निकिता और शांतनु पर दस्तावेज तैयार करने और खालिस्तान समर्थक तत्वों के सीधे संपर्क में होने का आरोप है। दोनों टूलकिट मामले में वांछित हैं। दोनों की तलाश में पुलिस ने मुंबई और अन्य जगहों पर छापा भी मारा।
कौन है निकिता जैकब?
विवाद होने पर निकिता ने अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया था। दावा किया जा रहा है कि तब उसने अपने प्रोफाइल में खुद का परिचय बॉम्बे हाईकोर्ट की वकील, पर्यावरणविद और आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़े होना दिया था। हालांकि, नए प्रोफाइल में उन्होंने आम आदमी पार्टी से अपने संबंध की बात हटा दी है। ट्विटर यूजर विजय पटेल ने दावा किया है कि निकिता ने 30 जनवरी, 2021 को सॉलिडेरिटी विद इंडियन फार्मर्स नामक डॉक्यूमेंट तैयार किया था। दावा है कि उसने इंस्टाग्राम पर न्यूज इनफ्यूज नाम से एक अकाउंट भी बना रखा है।
किसान आंदोलन में हिंसा के बाद सामने आए टूलकिट को लेकर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अभी हाल ही में दिल्ली पुलिस ने टूलकिट से संबंध होने को लेकर दो लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं अब जूम मीटिंग एप को भी दिल्ली पुलिस ने नोटिस भेजा है। दिल्ली पुलिस ने जूम से 11 जनवरी को हुई ऑनलाइन मीटिंग की पूरी जानकारी मांगी है।
बता दें कि किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी टूलकिट साझा करने के आरोप में बॉम्बे हाईकोर्ट की वकील निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। इस टूलकिट को एडिट करने और इसे सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में पहले ही पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार किया जा चुका है।
निकिता ने बॉम्बे हाईकोर्ट में ट्रांजिट जमानत याचिका दायर की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि निकिता और शांतनु पर दस्तावेज तैयार करने और खालिस्तान समर्थक तत्वों के सीधे संपर्क में होने का आरोप है। दोनों टूलकिट मामले में वांछित हैं। दोनों की तलाश में पुलिस ने मुंबई और अन्य जगहों पर छापा भी मारा।
कौन है निकिता जैकब?
विवाद होने पर निकिता ने अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया था। दावा किया जा रहा है कि तब उसने अपने प्रोफाइल में खुद का परिचय बॉम्बे हाईकोर्ट की वकील, पर्यावरणविद और आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़े होना दिया था। हालांकि, नए प्रोफाइल में उन्होंने आम आदमी पार्टी से अपने संबंध की बात हटा दी है। ट्विटर यूजर विजय पटेल ने दावा किया है कि निकिता ने 30 जनवरी, 2021 को सॉलिडेरिटी विद इंडियन फार्मर्स नामक डॉक्यूमेंट तैयार किया था। दावा है कि उसने इंस्टाग्राम पर न्यूज इनफ्यूज नाम से एक अकाउंट भी बना रखा है।