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वर्ष का मौसम गया, लेकिन राजस्थान विधानसभा चुनाव में धनवर्षा का मौसम चालू हो गया है और काले काम के लिए गाड़ी काली, लेकिन कट्टे सफेद रंग के इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
चुनावी निगरानी के दौरान राजस्थान के शेखावाटी इलाके में पिछले चार दिनों में दो अलग-अलग जगहों से लाखों रुपए बरामद हुए है।
नवलगढ़ चैक पोस्ट पर एक लग्जरी गाड़ी से 65 लाख रुपए, तो इससे पहले चिड़ावा में एक कार में 19 लाख रुपए बरामद किए गए।
निगरानी दल ने काली स्कॉर्पियो में रखा एक सफेद कट्टा खंगाला, तो 1000-500 के नोट मिले, जो कुल 65 लाख रुपए थे। वहीं चिड़ावा में हरियाणा नम्बर की गाड़ी से 19 लाख रुपए बरामत किए गए।
महिलाओं ने शराब के खिलाफ खोला मोर्चा
सीकर जिले में नांगल गांव की महिलाओं ने चुनाव के दौरान बंटनेवाली मुफ्त शराब के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
महिलाओं ने मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए मुफ्त शराब बंटनेवालों का मुंह काला करके पुलिस को शिकायत करने की चेतावनी दे डाली है।
महिलाओं की पीड़ा है कि हर चुनाव में पुरुष धुत रहते हैं और काम पर नहीं जाते, जिससे रोटी का संकट पैदा हो जाता है।
महिलाओं का कहना है कि हर चुनाव में गांव तक पानी पहुंचाने का वादा करनेवाले नेता, पानी तो पहुंचा नहीं सके, लेकिन चुनाव दौरान शराब जरूर भिजवा देते हैं।
वर्ष का मौसम गया, लेकिन राजस्थान विधानसभा चुनाव में धनवर्षा का मौसम चालू हो गया है और काले काम के लिए गाड़ी काली, लेकिन कट्टे सफेद रंग के इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
चुनावी निगरानी के दौरान राजस्थान के शेखावाटी इलाके में पिछले चार दिनों में दो अलग-अलग जगहों से लाखों रुपए बरामद हुए है।
नवलगढ़ चैक पोस्ट पर एक लग्जरी गाड़ी से 65 लाख रुपए, तो इससे पहले चिड़ावा में एक कार में 19 लाख रुपए बरामद किए गए।
निगरानी दल ने काली स्कॉर्पियो में रखा एक सफेद कट्टा खंगाला, तो 1000-500 के नोट मिले, जो कुल 65 लाख रुपए थे। वहीं चिड़ावा में हरियाणा नम्बर की गाड़ी से 19 लाख रुपए बरामत किए गए।
महिलाओं ने शराब के खिलाफ खोला मोर्चा
सीकर जिले में नांगल गांव की महिलाओं ने चुनाव के दौरान बंटनेवाली मुफ्त शराब के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
महिलाओं ने मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए मुफ्त शराब बंटनेवालों का मुंह काला करके पुलिस को शिकायत करने की चेतावनी दे डाली है।
महिलाओं की पीड़ा है कि हर चुनाव में पुरुष धुत रहते हैं और काम पर नहीं जाते, जिससे रोटी का संकट पैदा हो जाता है।
महिलाओं का कहना है कि हर चुनाव में गांव तक पानी पहुंचाने का वादा करनेवाले नेता, पानी तो पहुंचा नहीं सके, लेकिन चुनाव दौरान शराब जरूर भिजवा देते हैं।