न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर
Updated Sat, 25 Aug 2018 11:12 AM IST
राजस्थान के टोंक जिले में कांवड़ियों पर अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों द्वारा पत्थरबाजी के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई। इस घटना में 15 लोग घायल हो गए। इसके बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया गया जो अभी तक जारी है। पुलिस ने बताया शहर में स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है।
मालपुरा शहर में बृहस्पतिवार को पत्थरबाजी की घटना के बाद एक वाहन में आग लगा दी गई। मजबूरन प्रशासन को धारा 144 लागू करना पड़ा। शुक्रवार को हालात उस वक्त और बिगड़ गए जब कांवड़ियों पर हमले के विरोध में टोंक के सांसद और मालपुरा के विधायक के नेतृत्व में दूसरे पक्ष के कुछ लोगों ने तिरंगा यात्रा निकाली। मालपुरा के एसएचओ नवनीत ने कहा कि यह यात्रा उस रास्ते से निकलनी थी, जहां एक मस्जिद है।
हमें संघर्ष की आशंका थी, इसलिए रैली को दूसरे रास्ते से निकालने की कोशिश की, लेकिन लोग उसी रास्ते से जाने पर अड़े थे। फिर हमें उन्हें तितर-बितर करना पड़ा। नवनीत ने बताया कि उसके बाद फिर पत्थरबाजी हुई और तीन दुकानों में आग लगा दी गई। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के 17 लोगों को हिरासत में लिया है। उधर मालपुरा के विधायक कन्हैया लाल ने कहा कि तिरंगा यात्रा पर पत्थरबाजी के कारण तनाव उत्पन्न हुआ।
राजस्थान के टोंक जिले में कांवड़ियों पर अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों द्वारा पत्थरबाजी के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई। इस घटना में 15 लोग घायल हो गए। इसके बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया गया जो अभी तक जारी है। पुलिस ने बताया शहर में स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है।
मालपुरा शहर में बृहस्पतिवार को पत्थरबाजी की घटना के बाद एक वाहन में आग लगा दी गई। मजबूरन प्रशासन को धारा 144 लागू करना पड़ा। शुक्रवार को हालात उस वक्त और बिगड़ गए जब कांवड़ियों पर हमले के विरोध में टोंक के सांसद और मालपुरा के विधायक के नेतृत्व में दूसरे पक्ष के कुछ लोगों ने तिरंगा यात्रा निकाली। मालपुरा के एसएचओ नवनीत ने कहा कि यह यात्रा उस रास्ते से निकलनी थी, जहां एक मस्जिद है।
हमें संघर्ष की आशंका थी, इसलिए रैली को दूसरे रास्ते से निकालने की कोशिश की, लेकिन लोग उसी रास्ते से जाने पर अड़े थे। फिर हमें उन्हें तितर-बितर करना पड़ा। नवनीत ने बताया कि उसके बाद फिर पत्थरबाजी हुई और तीन दुकानों में आग लगा दी गई। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के 17 लोगों को हिरासत में लिया है। उधर मालपुरा के विधायक कन्हैया लाल ने कहा कि तिरंगा यात्रा पर पत्थरबाजी के कारण तनाव उत्पन्न हुआ।