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मोहाली। खरड़ के गांव स्वाड़ा में फर्जी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट पर करोड़ों का ऑनलाइन सट्टा लगवाने के सूत्रधार रविंदर डंडीवाल को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। वह विदेशों में भी इसी तरह के फर्जी टूर्नामेंट कराकर ऑनलाइन सट्टा लगवाता रहा है। करीब 11 साल से रविंदर इस धंधे में सक्रिय है। उधर, बीसीसीआई की एंटी करप्शन सेल के ज्वाइंट डायरेक्टर आरोपी से पूछताछ करने मंगलवार को मोहाली पहुंच सकते हैं।
पुलिस के मुताबिक, रविंदर डंडीवाल ने खुलासा किया है कि विदेशों में कराए गए टूर्नामेंट में पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका समेत कई देशों के नामी क्रिकेटर, कोच, ट्रेनर, फिजियोथैरपिस्ट हिस्सा ले चुके हैं। पुलिस को अंदेशा है कि काली कमाई के इस खेल में कुछ नामी खिलाड़ी या रसूखदारों के नाम सामने आ सकते हैं। सोमवार को एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने प्रेस कांफ्रेंस में उसकी गिरफ्तारी की जानकारी दी। उन्होंने आरोपी की नामी खिलाड़ियों के साथ तस्वीरें भी दिखाईं। इसके दो साथियों राजेश गर्ग निवासी वृंदावन गार्डन सोसाइटी पीर मुच्छला व पकंज कुमार निवासी विक्टोरिया सोसाइटी पीरमुच्छला को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इनके पास से दो लैपटॉप, सात मोबाइल बरामद हुए हैं। एसएसपी ने बताया कि केस में अब चंडीगढ़ निवासी हैप्पी और कुज्जू को भी नामजद किया है।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी रविंदर डंडीवाल मूलरूप से नोहर जिला हनुमानगढ़ राजस्थान का निवासी है। करीब पांच साल से वह मोहाली फेज-3बी1 में अपने चाचा के साथ रह रहा था। पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने बताया कि साल 2009 में उसने क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया के नाम से क्लब रजिस्टर कराया था। इसके बाद उसने मोहाली, अमृतसर व भोपाल में कई मैच कराए। यही नहीं, उसने पांच साल में आठ बड़े टूर्नामेंट श्रीलंका, आस्ट्रेलिया, नेपाल, थाइलैंड, अफगानिस्तान में भी कराए हैं और ऑनलाइन सट्टे से करोड़ों रुपये कमाए हैं। कुछ समय पहले ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया पुलिस ने उसके भतीजों को पकड़ा था। उन्होंने भी रविंदर के नाम का खुलासा किया था। दूसरी तरफ बीसीसीआई 2017 से ही अपने खिलाड़ियों को इससे दूर रहने की सलाह दे रही थी। साथ ही पुलिस के संपर्क में थी।
खरड़ में चार टीमें बनाकर कराया था टूर्नामेंट
आरोपी ने स्ट्रोकर क्रिकेट अकादमी स्वाड़ा का ग्राउंड 29 जून से पांच जुलाई तक बुक कराया था। इसके बाद बुकी पंकज कुमार अरोड़ा, गोल्डी राजेश गर्ग व अन्य के साथ मिलकर चार टीमें बर्नाइं। टूर्नामेंट उसकी तरफ से मैनेज किया गया। इस मैच को फैनकोड एप, यू ट्यूब व कई ऑनलाइन साइट्स पर भी दिखाया। यहां उसके साथियों ने डायमंड स्काई, लोटस, नेनबेट, स्पीन पंजाब एक्सचेंज जैसे एस के माध्यम से सट्टेबाजी की। सीरीज का नाम यूवीए टी-20 प्रीमियर लीग इन श्रीलंका रखा था। लोगों को यही बताया गया कि टूर्नामेंट श्रीलंका में ही करवाया जा रहा है। यहां खिलाड़ियों को मास्क पहनाकर मैदान में उतारा गया। लेकिन यूनिफार्म श्रीलंका की टीम जैसी ही थी।
इन सट्टेबाजों की रही अहम भूमिका
आरोपी ने बताया कि उसे क्रिकेट के इंटरनेशनल मैच कराने का अनुभव है। क्रिकेट की दुनिया में सट्टेबाजी करने वाले दिल्ली निवासी बुकी राहुल पटेल, संदीप जैन, कुल्लू जैन, गूगल भी उसके गोरखधंधे में शामिल थे।
जालंधर से बनवाई श्रीलंका जैसी ड्रेस, सारा रिकॉर्ड पुलिस के पास
आरोपी ने टूर्नामेंट से पहले फुलप्रूफ तैयार की थी। उसने श्रीलंका के खिलाड़ियों जैसी हूबहू ड्रेस जालंधर में तैयार कराई थी। इसका आर्डर ऑनलाइन दिया था। पुलिस ने उस फर्म का सारा रिकार्ड कब्जे में ले लिया है, जहां से उसने वर्दियां बनवाई थीं।
स्वाड़ा के मैदान को यूं दिखाया श्रीलंका
खरड़ के गांव स्वाड़ा के मैदान को श्रीलंका का दिखाने के लिए भी रविंदर ने बहुत सर्च की। मैच को कवर करने के लिए हाई रेेज्योलेशन वाले हाईटैक कैमरे लगवाए गए थे। ताकि सोशल एप पर चलता हुआ मैच श्रीलंका का दिखे। लाइव कवरेज दिखाने के लिए इंटरनेट का टावर तक लगाया गया था। इसके अलावा ग्राउंड के किनारे पर बैठने के लिए शानदार हट बनवाईं थीं। सेलिब्रेशन व लीग के फ्लैग भी लगाए हुए थे।
मोहाली। खरड़ के गांव स्वाड़ा में फर्जी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट पर करोड़ों का ऑनलाइन सट्टा लगवाने के सूत्रधार रविंदर डंडीवाल को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। वह विदेशों में भी इसी तरह के फर्जी टूर्नामेंट कराकर ऑनलाइन सट्टा लगवाता रहा है। करीब 11 साल से रविंदर इस धंधे में सक्रिय है। उधर, बीसीसीआई की एंटी करप्शन सेल के ज्वाइंट डायरेक्टर आरोपी से पूछताछ करने मंगलवार को मोहाली पहुंच सकते हैं।
पुलिस के मुताबिक, रविंदर डंडीवाल ने खुलासा किया है कि विदेशों में कराए गए टूर्नामेंट में पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका समेत कई देशों के नामी क्रिकेटर, कोच, ट्रेनर, फिजियोथैरपिस्ट हिस्सा ले चुके हैं। पुलिस को अंदेशा है कि काली कमाई के इस खेल में कुछ नामी खिलाड़ी या रसूखदारों के नाम सामने आ सकते हैं। सोमवार को एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने प्रेस कांफ्रेंस में उसकी गिरफ्तारी की जानकारी दी। उन्होंने आरोपी की नामी खिलाड़ियों के साथ तस्वीरें भी दिखाईं। इसके दो साथियों राजेश गर्ग निवासी वृंदावन गार्डन सोसाइटी पीर मुच्छला व पकंज कुमार निवासी विक्टोरिया सोसाइटी पीरमुच्छला को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इनके पास से दो लैपटॉप, सात मोबाइल बरामद हुए हैं। एसएसपी ने बताया कि केस में अब चंडीगढ़ निवासी हैप्पी और कुज्जू को भी नामजद किया है।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी रविंदर डंडीवाल मूलरूप से नोहर जिला हनुमानगढ़ राजस्थान का निवासी है। करीब पांच साल से वह मोहाली फेज-3बी1 में अपने चाचा के साथ रह रहा था। पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने बताया कि साल 2009 में उसने क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया के नाम से क्लब रजिस्टर कराया था। इसके बाद उसने मोहाली, अमृतसर व भोपाल में कई मैच कराए। यही नहीं, उसने पांच साल में आठ बड़े टूर्नामेंट श्रीलंका, आस्ट्रेलिया, नेपाल, थाइलैंड, अफगानिस्तान में भी कराए हैं और ऑनलाइन सट्टे से करोड़ों रुपये कमाए हैं। कुछ समय पहले ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया पुलिस ने उसके भतीजों को पकड़ा था। उन्होंने भी रविंदर के नाम का खुलासा किया था। दूसरी तरफ बीसीसीआई 2017 से ही अपने खिलाड़ियों को इससे दूर रहने की सलाह दे रही थी। साथ ही पुलिस के संपर्क में थी।
खरड़ में चार टीमें बनाकर कराया था टूर्नामेंट
आरोपी ने स्ट्रोकर क्रिकेट अकादमी स्वाड़ा का ग्राउंड 29 जून से पांच जुलाई तक बुक कराया था। इसके बाद बुकी पंकज कुमार अरोड़ा, गोल्डी राजेश गर्ग व अन्य के साथ मिलकर चार टीमें बर्नाइं। टूर्नामेंट उसकी तरफ से मैनेज किया गया। इस मैच को फैनकोड एप, यू ट्यूब व कई ऑनलाइन साइट्स पर भी दिखाया। यहां उसके साथियों ने डायमंड स्काई, लोटस, नेनबेट, स्पीन पंजाब एक्सचेंज जैसे एस के माध्यम से सट्टेबाजी की। सीरीज का नाम यूवीए टी-20 प्रीमियर लीग इन श्रीलंका रखा था। लोगों को यही बताया गया कि टूर्नामेंट श्रीलंका में ही करवाया जा रहा है। यहां खिलाड़ियों को मास्क पहनाकर मैदान में उतारा गया। लेकिन यूनिफार्म श्रीलंका की टीम जैसी ही थी।
इन सट्टेबाजों की रही अहम भूमिका
आरोपी ने बताया कि उसे क्रिकेट के इंटरनेशनल मैच कराने का अनुभव है। क्रिकेट की दुनिया में सट्टेबाजी करने वाले दिल्ली निवासी बुकी राहुल पटेल, संदीप जैन, कुल्लू जैन, गूगल भी उसके गोरखधंधे में शामिल थे।
जालंधर से बनवाई श्रीलंका जैसी ड्रेस, सारा रिकॉर्ड पुलिस के पास
आरोपी ने टूर्नामेंट से पहले फुलप्रूफ तैयार की थी। उसने श्रीलंका के खिलाड़ियों जैसी हूबहू ड्रेस जालंधर में तैयार कराई थी। इसका आर्डर ऑनलाइन दिया था। पुलिस ने उस फर्म का सारा रिकार्ड कब्जे में ले लिया है, जहां से उसने वर्दियां बनवाई थीं।
स्वाड़ा के मैदान को यूं दिखाया श्रीलंका
खरड़ के गांव स्वाड़ा के मैदान को श्रीलंका का दिखाने के लिए भी रविंदर ने बहुत सर्च की। मैच को कवर करने के लिए हाई रेेज्योलेशन वाले हाईटैक कैमरे लगवाए गए थे। ताकि सोशल एप पर चलता हुआ मैच श्रीलंका का दिखे। लाइव कवरेज दिखाने के लिए इंटरनेट का टावर तक लगाया गया था। इसके अलावा ग्राउंड के किनारे पर बैठने के लिए शानदार हट बनवाईं थीं। सेलिब्रेशन व लीग के फ्लैग भी लगाए हुए थे।