प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले मंगलवार सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की साली के बेटे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी और अन्य के ठिकानों पर छापे मारे। हनी के चंडीगढ़, लुधियाना, मोहाली और फतेहगढ़ के दस अलग-अलग ठिकानों पर छापे पड़े हैं।
अवैध बालू खनन माफिया और इससे संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी छह ठेकेदारों के खिलाफ जांच कर रही है। इस दौरान जांच एजेंसी ने हनी और उसके सहयोगी के आवास से छह करोड़ रुपये और प्रापर्टी के कागजात जब्त किए ।
ईडी की टीम ने मंगलवार तड़के हनी के मोहाली सेक्टर-70 होमलैंड हाइट्स स्थित आवास पर छापे मारे। यहां से टीम ने हनी को हिरासत में लिया और उसके दोस्त बाबा को उठाकर एक टीम लुधियाना के लिए निकल गई। बावा की निशानदेही पर लुधियाना के शहीद भगत सिंह नगर स्थित हनी व बावा के आवास पर जांच की गई।
एक टीम फतेहगढ़ साहिब के हलका अमलोह के गांव बुग्गां कलां में कांग्रेस के पूर्व सरपंच रणदीप सिंह बुग्गा के घर पर पहुंची। पूर्व सरपंच कैबिनेट मंत्री और हलका अमलोह के विधायक रणदीप सिंह नाभा के करीबी बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक दोनों के आवास से काफी मात्रा में नकदी बरामद हुई है। फिलहाल अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
सभी जगहों पर जांच एजेंसी के अधिकारियों के साथ सीआरपीएफ के जवान मौजूद थे। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में मुख्य आरोपी कुदरत दीप सिंह ने दो निदेशकों संदीप सिंह और भूपिंदर सिंह के साथ नई कंपनियां बनाई थीं। सूत्रों से पता चला है कि 2018 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य के मुख्यमंत्री थे, उस समय अवैध खनन का मामला सामने आया था। इस संबंधी पंजाब पुलिस ने केस दर्ज किया था। उस संबंध में चालान पेश किया जा चुका है। उसमें भूपिंदर सिंह का नाम भी नहीं था।
स्थानीय पुलिस की दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। एफआईआर के मुताबिक इस मामले में 26 आरोपी हैं, जिनमें अधिकांश ट्रक ड्राइवर हैं। पंजाब में 117 सीटों के लिए 20 फरवरी को मतदान होने हैं।
पंजाब में राजनीतिक दलों ने पहले भी कई बार मुख्यमंत्री पर अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में अवैध खनन का आरोप लगाया था। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी अवैध बालू खनन रैकेट को लेकर ट्वीट किया था कि पंजाब के सीएम चन्नी इसे रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं।
चुनाव के समय दबाव बनाने की कोशिश: सीएम चन्नी
चुनाव करीब है इसलिए उन पर दबाव बनाने व उन्हें और उनके मंत्रियों को निशाना बनाने की कोशिश हो रही है। पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरान भी ममता बनर्जी के रिश्तेदारों पर इसी तरह के हमले किए गए। मंत्रियों और मुख्यमंत्री पर ही नहीं, बल्कि हर कांग्रेस कार्यकर्ता पर दबाव बनाया जा रहा है। इस तरह का माहौल लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। हर तरह का दबाव, परेशानियां सहने को तैयार हैं। वे कामयाब नहीं होंगे, हम अपना चुनाव प्रचार जारी रखेंगे।
ईडी की कार्रवाई से भड़की कांग्रेस
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के करीबियों पर ईडी के छापे को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा बदले की आग में जल रही है।
उन्होंने बताया कि माइनिंग एक्ट के तहत 7 मार्च, 2018 को जो एफआईआर दर्ज हुई है, उसमें चन्नी के किसी रिश्तेदार या परिवार के किसी सदस्य का नाम नहीं है। जिस कुदरत दीप का चालान पेश हुआ है, उसमें कुदरत दीप की भूमिका ही नहीं दिखती। कहा जा रहा है कि कुदरत दीप की दोस्ती भूपेंद्र सिंह हनी नाम के युवक से थी।
हनी चन्नी की साली का बेटा है। उस हनी का एफआईआर में कहीं नाम नहीं है। राजनीतिक तौर से सारी चीजें खंगाल ली और चन्नी के खिलाफ कुछ नहीं मिला तो भाजपा इस प्रकार के बेतुके इल्जाम लगा रही है।
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले मंगलवार सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की साली के बेटे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी और अन्य के ठिकानों पर छापे मारे। हनी के चंडीगढ़, लुधियाना, मोहाली और फतेहगढ़ के दस अलग-अलग ठिकानों पर छापे पड़े हैं।
अवैध बालू खनन माफिया और इससे संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी छह ठेकेदारों के खिलाफ जांच कर रही है। इस दौरान जांच एजेंसी ने हनी और उसके सहयोगी के आवास से छह करोड़ रुपये और प्रापर्टी के कागजात जब्त किए ।
ईडी की टीम ने मंगलवार तड़के हनी के मोहाली सेक्टर-70 होमलैंड हाइट्स स्थित आवास पर छापे मारे। यहां से टीम ने हनी को हिरासत में लिया और उसके दोस्त बाबा को उठाकर एक टीम लुधियाना के लिए निकल गई। बावा की निशानदेही पर लुधियाना के शहीद भगत सिंह नगर स्थित हनी व बावा के आवास पर जांच की गई।
एक टीम फतेहगढ़ साहिब के हलका अमलोह के गांव बुग्गां कलां में कांग्रेस के पूर्व सरपंच रणदीप सिंह बुग्गा के घर पर पहुंची। पूर्व सरपंच कैबिनेट मंत्री और हलका अमलोह के विधायक रणदीप सिंह नाभा के करीबी बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक दोनों के आवास से काफी मात्रा में नकदी बरामद हुई है। फिलहाल अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है।