Saphala Ekadashi 2022: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस समय पौष माह चल रहा है। पौष माह की कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि को सफला एकादशी कहते हैं। इस साल सफला एकादशी का व्रत 19 दिसंबर को रखा जा रहा है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार ये साल 2022 की आखिरी एकादशी है। सफला एकादशी भगवान विष्णु को बेहद प्रिय है। कहा जाता है कि सफला एकादशी का व्रत रखने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। कहा जाता है कि सफला एकादशी का व्रत उन लोगों को जरूर करना चाहिए, जिन्हें खूब मेहनत के बाद भी किसी काम में सफलता नहीं मिलती है। इसके अलावा धार्मिक शास्त्रों में कुछ ऐसे कार्य बताए गए हैं, जिन्हें करने से जीवन में सुख समृद्धि आती है। चलिए जानते हैं उन कार्यों के बारे में...
सात्विक भोजन करें
सफला एकादशी के दिन जो लोग व्रत नहीं रख सकते वे पूर्णतया सात्विक भोजन करें। इस दिन मांस, मदिरा, अंडा, प्याज, लहसुन, मदिरा आदि का सेवन न करें।
चावल का सेवन न करें
एकादशी के दिन चावल खाने से बचना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार इस दिन चावल खाना शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस दिन चावल या चावल से बनने वाली सभी चीजों से दूर रहें।
इस रंग के कपड़े पहने
एकादशी के दिन काले, भूरे, नीले, स्लेटी आदि गहरे रंग के कपड़ों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस दिन आप पीले, केसरिया, नारंगी या किसी हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
ये उपाय दिलाएंगे कार्यों में सफलता
- सफला एकादशी के दिन किसी गौशाला में हरी घास और धन का दान करें।
- मौसम के अनुसार किसी असहाय को जरूरत की चीज दान करें। फिलहाल ठंड का समय है, तो एकादशी पर जरूरतमंद लोगों को ऊनी कपड़े, जूते-चप्पल, अनाज का दान करना चाहिए।
- किसी मंदिर में पूजन सामग्री का दान करें।
- भगवान विष्णु को इस दिन भोग में पीले रंग के फल व मिठाई ही अर्पित करें।