शास्त्रों में बेहतर और खुशहाल जीवन के लिए कई उपाय और नियम बताए गए हैं। इनमें खान-पान, रहन-सहन, आचार-व्यवहार से लेकर स्त्री पुरुष संबंधों तक की बात की गई है। शास्त्र कहता है व्यक्ति द्वार किए जाने वाले हर काम का उसके जीवन पर प्रभाव पड़ता है। अपने कर्मों के प्रभाव से ही व्यक्ति स्वस्थ्य और बीमार होता है। व्यक्ति की आर्थिक स्थिति भी उसकी दिनचर्या से प्रभावित होती है। इसलिए हर काम के लिए शास्त्रों में समय का निर्धारण किया गया है इस क्रम में बताया गया है कि चार काम ऐसे हैं जिन्हें सूर्यास्त यानी शाम के समय नहीं करना चाहिए।