कोरोना ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। जैसे- जैसे होली का त्योहार निकट आ रहा है लोगों में उत्साह बढ़ता जा रहा है, साथ ही कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखकर एकबार फिर हर कोई घर के बड़े- बुजुर्गों की सेहत को लेकर चिंतित भी है। ऐसे में यह चिंता का विषय है कि किस तरह बड़े- बुजुर्गों की सेहत का ख्याल रखते हुए वे होली के त्योहार का अच्छे से आनंद ले सकें। अगली स्लाइड्स में बताए गए तरीकों को आजमाकर आप आराम से अपने बुजुर्गों के साथ सुरक्षित होली मना सकेंगे।
खुद घर से बाहर न जाएं
होली के दिन यदि आप घर पर बड़े- बुजुर्गों को यह कहकर घर पर अकेला छोड़कर होली खेलने चले जाएंगे कि कोरोनाकाल में उनके लिए बाहर जाना खतरे से खाली नहीं है, तो शायद यह उन्हें बिल्कुल भी अच्छा न लगे इसलिए बेहतर यह है कि आप भी घर पर ही रहें और उनके साथ इस त्योहार को मना लें। दोस्तों के साथ तो आप अगले साल भी होली खेल सकते हैं पर अभी प्राथमिकता घर के बड़ों की सेहत है।
दूसरों से स्पष्ट कहें
सामान्य होली पर लोग एक-दूसरे के घर आते- जाते रहते हैं और रंग लगाकर बड़ों से आशीर्वाद भी लेते हैं लेकिन अभी परिस्थितियां बहुत अलग है इसलिए यदि कोई व्यक्ति बाहर से रंग खेलने आपके घर आ रहा है तो उसे स्पष्ट कहें कि आप घर के बुजुर्गों की सेहत को लेकर चिंतित हैं इसलिए चूंकि वे बाहर इतनी जगह घूमकर आ रहे हैं, आपके लिए उनके साथ होली खेल पाना संभव नहीं हो पाएगा।
घर का माहौल सकारात्मक रखें
घर पर यदि माहौल सकारात्मक रहेगा तो बुजुर्ग भी बाहर जाने की बात नहीं करेंगे लेकिन यदि आप अपने में ही लगे रहेंगे तो उनका भी मन करेगा कि वे अपने हमउम्र लोगों के साथ जाकर रंग खेल लें इसलिए सुबह सवेरे ही आप घर में होली के गीत बजाएं। भगवान की पूजा करके बड़ों का आशीर्वाद लें। उन्हें जो अच्छा लगता हो, वो सब करें। अच्छा खाना बनाएं, साथ खाएं और उनके होली के अनुभवों को सुनें।
वीडियो कॉल करवाएं
यदि आपके घर के बड़े- बुजुर्गों को हमउम्र लोगों के साथ रंग खेलने की आदत है तब तो उन्हें घर पर बैठाना बहुत मुश्किल है। ऐसे में आप उनके सभी दोस्तों, हमउम्र रिश्तेदारों के साथ वीडियो कॉल करवाएं। उनके दोस्तों की तरफ से आप उन्हें वीडियो कॉल पर ही सूखा रंग लगाएं ताकि उन्हें होली फीकी न लगे और वे इस बात को भी समझ पाएं कि यह सब चीजें उनकी सुरक्षा के लिए ही की जा रही है।