भारत में कोरोना वायरस से अब तक एक करोड़ पांच लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि एक लाख 52 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि देश में इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इस बीच महामारी को पूरी तरह खत्म करने के लिए यहां 'दुनिया का सबसे बड़ा' टीकाकरण अभियान भी शुरू हो गया है। केंद्र सरकार की योजना के मुताबिक, पहले डॉक्टरों, नर्सों और सफाईकर्मियों को कोरोना की वैक्सीन दी गई, जिन्होंने अगली पंक्ति में रहकर इस महामारी के खिलाफ मोर्चा संभाला। आइए जानते हैं कि आखिर पहले दिन भारत में कितने लोगों को वैक्सीन दी गई और टीका लगने के बाद क्या कोई बीमार भी हुआ?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत पहले दिन एक लाख 91 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया गया है। इस अभियान के पहले दिन 3,351 सेशन हुए, जिसमें लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई।
टीकाकरण में कौन-कौन सी वैक्सीन का इस्तेमाल हुआ?
- चूंकि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' को मंजूरी दी थी, ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक टीकाकरण में इन दोनों ही वैक्सीन का इस्तेमाल किया गया। किसी टीकाकरण केंद्र पर लोगों को 'कोविशील्ड' का टीका लगाया गया तो किसी केंद्र पर 'कोवैक्सीन' का।
टीका लगने के बाद क्या कोई बीमार भी हुआ?
- स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, टीका लगने के बाद किसी भी व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी। हालांकि, राजधानी दिल्ली में वैक्सीन लगने के बाद कुछ लोगों में एलर्जी के लक्षण जरूर दर्ज किए गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली में 52 लोगों को एलर्जी की शिकायत हुई। एम्स के एक अधिकारी के मुताबिक, इनमें से एक के अंदर गंभीर लक्षण दिखे। फिलहाल उसे अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। इसके अलावा कोलकाता में वैक्सीन लेने के बाद बीमार पड़ने वाली एक 35 वर्षीय नर्स की स्वास्थ्य स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह पता लगाने के लिए विशेषज्ञों का एक मेडिकल बोर्ड बनाया गया है कि वह टीका लेने के बाद बेहोश क्यों हो गई। टीकाकरण से जुड़े कुछ अधिकारियों ने बताया कि टीकाकरण अभियान के पहले दिन कुछ तकनीकी समस्याएं भी सामने आईं, लेकिन उन्हें ठीक कर लिया गया।
किन-किन राज्यों में सबसे ज्यादा लोगों को लगाया गया टीका?
- स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पहले दिन जिन राज्यों में सबसे ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया, उनमें उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र, ओडिशा, कर्नाटक, गुजरात, बिहार और आंध्र प्रदेश शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में जहां 21,291 लोगों को टीका लगाया गया, तो वहीं आंध्र प्रदेश में 18,412 लोगों को, महाराष्ट्र में 18,328 लोगों को, बिहार में 18,169 लोगों को, ओडिशा में 13,746 लोगों को, कर्नाटक में 13,594 लोगों को और गुजरात में 10,787 लोगों को को टीका लगाया गया।