निर्माता निर्देशक जेम्स कैमरून को दुनिया भर में सिनेमा में विलक्षण प्रयोग करने वाले फिल्मकार के रूप में जाना जाता है। ऑस्कर पुरस्कार विजेता कैमरून इस बार अपनी फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ में वह करने जा रहे हैं, जैसा विश्व सिनेमा में इसके पहले कभी नहीं किया गया। जी हां, इस बार उन्होंने अपनी इस फिल्म के सितारों के साथ पानी के भीतर वास्तविक सी दिखने वाली परिस्थितियों में मोशन कैप्चर सिनेमैटोग्राफी की है और इसकी कुछ तस्वीरें फिल्म बनाने वाली कंपनी डिज्नी ने ‘अमर उजाला’ के साथ खास तौर से साझा की हैं।
फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ की इन तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस फिल्म की शूटिंग के लिए कितनी ज्यादा तैयारी की जरूरत पड़ी होगी। जानकारी के मुताबिक समंदर सी लहरें और वैसी ही गहराई का प्रभाव लाने के लिए जेम्स कैमरून ने मैनहटन बीच स्टूडियोज में बिल्कुल समंदर जैसा दिखने वाला सेट तैयार किया। इसके लिए करीब 10 लाख लीटर पानी को संभाल सकने वाला 120 फिट लंबा, 60 फिट चौड़ा और 30 फीट गहरा एक कृत्रिम कुंड बनाया गया और इसके अंदर जाकर फिल्म के कलाकारों व उनकी टीम ने फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ की शूटिंग की।
इसे भी पढ़ें- Box Office Report: 'एन एक्शन हीरो' मंडे टेस्ट में बुरी तरह फेल, लगातार छप्परफाड़ कमाई कर रही 'दृश्यम 2'
फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ की शूटिंग शुरू करने स पहले जेम्स कैमरून ने महीनों तक अपनी टीम के साथ तैयारियां की और हर दृश्य को शूट करने से पहले इसकी चित्र कागजों पर तैयार किए गए। हफ्तों तक इस बात पर चर्चा चली कि पानी के भीतर कलाकारों के हाव भाव और उनके मुखाकृतियों ठीक से कैमरे पर कैसे रिकॉर्ड की जा सकेंगी।
जेम्स कैमरून कहते हैं, ‘इस फिल्म की शूटिंग का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यही रहा कि पानी के भीतर की दुनिया दिखाने के लिए हमने पानी के भीतर जाकर ही शूटिंग की। पानी की सतह पर भी कैमरे लगाए गए ताकि फिल्म के कलाकार बिल्कुल वास्तविक तरीके से तैरते दिखें, जब वे पानी से बाहर आएं तो उनके हाव भाव वास्तविक हों और जब वह गहरे पानी में डुबकी लगाएं तो ये भी परदे पर बिल्कुल वास्तविक ही लगे।’
13 साल पहले रिलीज हुई जेम्स कैमरून की कालजयी फिल्म ‘अवतार’ की सीक्वल ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ भारत में 16 दिसंबर को रिलीज हो रही है। अंग्रेजी के अलावा ये फिल्म हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम में भी रिलीज होगी।