निर्देशक मधुर भंडारकर की बहुचर्चित फिल्म 'इंडिया लॉकडाउन' कोरोना वायरस के कारण इंडिया पर लगे लॉकडाउन पर आधारित है। लॉकडाउन के दौरान समाज के विभिन्न तबकों से जुड़े लोगों पर क्या गुजरी, उन्हें किस तरह के संघर्ष के दौर से गुजरना पड़ा और दर्द सहना पड़ा, वह इस फिल्म में बखूबी दिखाया गया है। इस फिल्म में प्रतीक बब्बर के अलावा श्वेता बसु प्रसाद, अहाना कुमरा, सई ताम्हणकर की प्रमुख भूमिकाएं है। ये फिल्म 2 दिसंबर को जी5 ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रही है। लेकिन, लॉकडाउन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल के तहत फिल्माई गई ये अकेली हिंदी फिल्म नहीं है। आइए जानते हैं कि कोरोना काल में कौन कौन सी हिंदी फिल्में शूट हुईं और उनका बॉक्स ऑफिस नतीजा क्या रहा...
बेल बॉटम
अक्षय कुमार की फिल्म 'बेल बॉटम' उस दौर की सच्ची घटनाओं पर आधारित है जो 1980 के दशक में विमान अपहरणों के लिए कुख्यात था। अक्षय कुमार की ये फिल्म पहली ऐसी हिंदी फिल्म बनी जिसकी शूटिंग कोरोना काल में लॉकडाउन में शुरू हुई थी। फिल्म की शूटिंग 20 अगस्त 2020 को शुरू हुई और 30 सितंबर 2020 को एक ही शेड्यूल में पूरी हो गई। इस फिल्म को बड़े पैमाने पर स्कॉटलैंड के ग्लासगो में लॉकडाउन के बीच शूट किया गया है। रंजीत एम. तिवारी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अक्षय कुमार के साथ वाणी कपूर, लारा दत्ता और हुमा कुरैशी की मुख्य भूमिकाएं है। फिल्म को समीक्षकों की तारीफें खूब मिलीं लेकिन दर्शकों के सिनेमाघरों तक न आने के चलते ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर करीब 50 करोड़ रुपये ही कमा सकी।
गहराइयां
कोरोना के दौरान ही कोविड सावधानियां बरतते हुए गोवा में निर्देशक शकुन बत्रा की फिल्म 'गहराइयां' की शूटिंग सितंबर 2020 में पूरी हुई। इस फिल्म की शूटिंग पहले मार्च 2020 में श्रीलंका में होने वाली थी लेकिन कोविड की वजह से तब ये टल गई थी। इस फिल्म में दीपिका पादुकोण के अलावा सिद्धांत चतुर्वेदी, अनन्या पांडे की मुख्य भूमिकाएं थीं। इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान दीपिका को नशीले पदार्थों के सेवन को लेकर चल रही जांच में एनसीबी के सामने भी पेश होना प़ड़ा। फिल्म बनने के बाद कोई भी वितरक इसे हाथ लगाने को तैयार नहीं हुआ और धर्मा प्रोडक्शंस को ये फिल्म सीधे ओटीटी पर रिलीज करनी पड़ी।
गंगूबाई काठियावाड़ी
जिस हिंदी फिल्म को कोरोना के चलते सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा, वह फिल्म रही संजय लीला भंसाली निर्देशित 'गंगूबाई काठियावाड़ी'। फिल्म सिटी में बना फिल्म का आलीशान सेट महीनों तक बंद पड़ा रहा। मार्च 2020 में रोकी गई शूटिंग बाद में अक्टूबर 2020 में शुरू हुई। यह फिल्म गंगा जगजीवनदास काठियावाड़ी की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिसे गंगूबाई कोठेवाली के नाम से जाना जाता है। फिल्म 25 फरवरी 2022 को थियेटर में रिलीज हुई और इस साल की सफल फिल्मों में गिनी जाती है।
चंडीगढ़ करे आशिकी
निर्देशक अभिषेक कपूर ने फिल्म 'चंडीगढ़ करे आशिकी’ की शूटिंग अक्टूबर 2020 में चंडीगढ़ में कोरोना महामारी के बीच शुरू की। शूटिंग के पहले फिल्म की पूरी यूनिट होटल में 12 दिन के लिए आइसोलेशन में रखा और फिल्म की शूटिंग के दौरान सब लोग एक साथ होटल में ही रहे और कोई भी न बाहर गया और न कोई बाहर से अंदर आया। एक तरह का एयर बबल बनाकर फिल्म की शूटिंग की गई। ‘चंडीगढ़ करे आशिकी’ की गिनती आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर की असफल फिल्मों में की जाती है।