Become a Lieutenant in Indian Army: भारतीय सेना दुनिया दूसरी सबसे बड़ी और चौथी सबसे मजबूत एवं ताकतवर सेना है। भारतीय सेना (Indian Army) की नौकरी करना और सेना में भर्ती होना प्रतिष्ठा का विषय माना जाता है। भारत में सेना में काम करना न केवल गर्व की बात मानी जाती है बल्कि युवा इसे देश की सेवा से जोड़कर देखते हैं। मूल रूप से, भारतीय सेना के लिए काम करने वाले अधिकारियों को कमीशन और गैर-कमीशन अधिकारियों में विभाजित किया जाता है। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट (Lieutenant) अधिकारी कमीशन अधिकारियों की श्रेणी में आते हैं।
तय समय-सीमा में वेतन वृद्धि और पदोन्नति भी
एक लेफ्टिनेंट भारतीय सेना (Lieutenant in Indian Army) में सबसे कम रैंक वाला या कहे तो शुरुआती रैंकिंग वाला अधिकारी होता है। एक लेफ्टिनेंट 40 से 60 अधीनस्थ या सैनिकों की एक इकाई का प्रभारी होता है जो सीधे उसे रिपोर्ट करते हैं। साथ ही, जो लोग लेफ्टिनेंट के रूप में काम कर रहे हैं, उन्हें न केवल अच्छा वेतन बल्कि स्वास्थ्य बीमा, आवास, परिवहन छूट, पीएफ, और कई अन्य जैसे आकर्षक भत्ते भी दिए जाते हैं। इसके अलावा तय समय-सीमा में वेतन वृद्धि और पदोन्नति भी मिलती है। तो आइए जानते हैं कि भारतीय सेना में कैसे बन सकते हैं लेफ्टिनेंट ऑफिसर और क्या होती हैं सैलरी, रैंक और पदोन्नति प्रक्रिया।
Lieutenant in Indian Army: भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने के पांच तरीके
भारतीय युवा कक्षा 10+2 और स्नातक के बाद निम्नलिखित पांच तरीकों से भारतीय सेना में भर्ती हो सकते हैं और बतौर लेफ्टिनेंट शुरुआती नियुक्ति पा सकते हैं।
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यूपीएससी यानी संघ लोक सेवा आयोग की एनडीए परीक्षा के लिए पंजीकरण करें और क्वालीफाई करके सेना में शामिल हों और प्रशिक्षण पूरा करें।
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इंजीनियरिंग छात्रों के लिए विश्वविद्यालय प्रवेश योजना यानी यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम के तहत सेना में शामिल होने का मौका रहता है।
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लेफ्टिनेंट बनने के लिए युवा स्नातक अंतिम वर्ष के दौरान संघ लोक सेवा आयोग की यूपीएससी सीडीएस परीक्षा में शामिल हों और एग्जाम क्वालीफाई करके प्रशिक्षण पूरा करें।
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10+2 के दौरान साइंस बैकग्राउंड से जुड़े उम्मीदवार इंडियन आर्मी टीजीसी यानी टेक्नीकल ग्रेजुएट कोर्स पूरा करके भी लेफ्टिनेंट के तौर पर नियुक्ति पा सकते हैं।
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वहीं, इन सब के अलावा भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट शामिल होने के लिए तकनीकी प्रवेश योजना भी एक जरिया है।
Indian Army रैंक पदोन्नति मानदंड
भारतीय सेना में कमीशन मिलने के बाद बतौर लेफ्टिनेंट शामिल होने वाले अभ्यर्थी दो साल की सेवा के बाद कैप्टन के पद पर पदोन्नत होते हैं। वहीं, अगले 06 साल पूरे होने के बाद वे मेजर की रैंक पर पदोन्नत होते हैं। इसके बाद समय-समय पर निर्धारित रैंक क्रम में पदोन्नति मिलती रहती हैं।
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लेफ्टिनेंट : कमीशन होने पर
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कैप्टन : 02 साल पूरे होने पर
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मेजर : 06 साल पूरे होने पर
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लेफ्टिनेंट कर्नल : 13 साल पूरे होने पर
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कर्नल (टीएस) : 26 साल पूरे होने पर
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कर्नल : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
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ब्रिगेडियर : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
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मेजर जनरल : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
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लेफ्टिनेंट जनरल एचएजी स्केल : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
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लेफ्टिनेंट जनरल एचएजी+स्केल : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
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वीसीओएएस/ सेना कमांडर/ लेफ्टिनेंट जनरल (एनएफएसजी) : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन एवं चयन के आधार पर
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सीओएएस (सेना प्रमुख) : {सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन एवं चयन के आधार पर होती है।}
Indian Army शुरुआती रैंक स्तर और वेतनमान
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लेफ्टिनेंट : (लेवल 10) 56,100 - 1,77,500 रुपये
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कैप्टन : (लेवल 10बी) 61,300 - 1,93,900 रुपये
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मेजर : (लेवल 11) 69,400 - 2,07,200 रुपये
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लेफ्टिनेंट कर्नल : (लेवल 12ए) 1,21,200 - 2,12,400 रुपये
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कर्नल : (लेवल 13) 1,30,600 - 2,15,900 रुपये
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ब्रिगेडियर : (लेवल 13ए) 1,39,600 - 2,17,600 रुपये
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मेजर जनरल : (लेवल 14) 1,44,200 - 2,18,200 रुपये
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लेफ्टिनेंट जनरल एचएजी स्केल : (लेवल 15) 1,82,200 - 2,24,100 रुपये
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लेफ्टिनेंट जनरल एचएजी+स्केल : (लेवल 16) 2,05,400 - 2,24,400 रुपये
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वीसीओएएस/ सेना कमांडर/ लेफ्टिनेंट जनरल (एनएफएसजी) : (लेवल 17) 2,25,000/- रुपये (फिक्स्ड)
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सीओएएस (सेना प्रमुख) : (लेवल 18) 2,50,000/- रुपये (फिक्स्ड)