दिल्ली के मंडावली में महज एक मिस कॉल से हुई दोस्ती के बाद महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पति सुरेश (45) की पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसे हादसे का रंग देने के लिए महिला पति को खुद ही एलबीएस अस्पताल ले गई। यहां शक होने पर डॉक्टरों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम में चोटों का खुलासा होने से पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो उसने पति की हत्या की बात कबूल कर ली। इसके बाद गुरुरवा को हेमा (37) व प्रेमी सचिन (22) को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, सुरेश परिवार के साथ मंडावली की रेलवे काॅलोनी में किराए के मकान में रहता था। परिवार में हेमा के अलावा 15 और 13 साल के दो बच्चे हैं। सुरेश गाजीपुर स्थित एक निजी कंपनी में काम करता था। पत्नी घरेलू सहायिका है। सुरेश और हेमा के बीच छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा होता था।
करीब ढाई साल पहले हेमा के मोबाइल पर अज्ञात नंबर से कॉल आई। हेमा ने गलत नंबर कहकर फोन काट दिया, लेकिन इसके बाद फोन का सिलसिला थमा नहीं। मथुरा निवासी सचिन अक्सर हेमा से बातचीत करने लगा। दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद सचिन मथुरा से दिल्ली हेमा से मिलने के लिए आने लगा। यहां आने के बाद सुरेश की वजह से उसे हेमा से मिलने में दिक्कत होती थी।
ऐसे उसने हेमा से सुरेश को रास्ते से हटाने के लिए कहा। हेमा भी इसके लिए तैयार हो गई। साजिश के तहत हेमा ने सबसे पहले सचिन को घर के पास एक किराये का कमरा दिलवाया। चार दिसंबर की रात के पति को जमकर शराब पिलाई। जब सुरेश नशे में चूर हो गया तो उसने सचिन को घर बुलाया। सचिन ने उसका मुंह पकड़ा और हेमा लात-घूंसों से उस पर हमला करती रही।
दोनों ने पर्दे और चुन्नी से गला भी दबा दिया। जब सुरेश की मौत हो गई तो वह उसे हादसा बनाने के लिए एलबीएस अस्पताल ले गई। यहां उसने पति के शराब पीकर घर आने की बात कही, लेकिन शक होने पर शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद पुलिस ने पहले बुधवार को हेमा को पकड़ा। इसके बाद बृहस्पतिवार को सचिन को गिरफ्तार कर लिया।