लालढांग से बस चली तो सभी बराती खुश थे। हंसते गाते रास्ता कट रहा था, लेकिन अचानक मौत झपटी और सब तबाह हो गया। बस सामान्य गति से चल रही थी कि अचानक सिमड़ी स्कूल के पास बस पैरापिट से टकराते हुए खाई में लुढ़क गई और चीख पुकार मच गई।
Pauri Bus Accident: हादसा होता देख डर को भूल खाई में उतर गए लोग, मोबाइल की रोशनी में देख बचाई कई जिंदगियां
देखते ही देखते सभी साथी बस से छिटकते चले गए। खाई में आंख खुली तो सिर्फ दो लोग ही मिले...यह कहते हुए जयपाल नेगी और पंकज रो पड़े। वह सिसकते हुए बोले कि हादसे का कारण क्या रहा यह समझ से परे है।
दर्दनाक: बस खाई में गिरते ही पहाड़ी पर छिटक कर गिर गए बराती, इधर-उधर से बुरे हाल में मिले शव, तस्वीरें
वहीं, उत्तराखंड में ओवरलोडिंग एक बार फिर बड़े हादसे का सबब बन गई। सिमड़ी में हादसे की शिकार हुई जीएमओयू की 32 सीटर बस में 52 बराती सवार थे। लालढांग से कोटद्वार, रिखणीखाल होते हुए सिमड़ी तक पहुंची बस को कहीं भी पुलिस और परिवहन विभाग ने नहीं रोका। हादसे में बस चालक दिनेश सिंह गुसाईं की भी मौत हो गई। वह इस बस के मालिक भी थे।
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देखते ही देखते सभी साथी बस से छिटकते चले गए। खाई में आंख खुली तो सिर्फ दो लोग ही मिले...यह कहते हुए जयपाल नेगी और पंकज रो पड़े। वह सिसकते हुए बोले कि हादसे का कारण क्या रहा यह समझ से परे है।
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