उत्तराखंड के पूर्व सीएम स्व. एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी मौत के पांच दिन पहले ही अपनी मां उज्ज्वला तिवारी के साथ उत्तराखंड के कैंची धाम आए थे। वहीं इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के साथ अपना राजनीतिक सफर शुरू करने की इच्छा भी जाहिर की थी।
बता दें कि गत 16 अप्रैल को रोहित शेखर तिवारी का निधन हो गया था। उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा था, लेकिन इसकी सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद ही साफ हो पाएगी।
लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए रोहित शेखर अपनी मां उज्जवला के साथ 11 अप्रैल को ही हल्द्वानी आए थे। इस दौरान वे बजरंगबली का रूप माने जाने वाले नीम करौली बाबा के कैंची धाम भी दर्शन करने गए थे।
वोट डालने के बाद उन्होंने नैनीताल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार हरीश रावत के पक्ष में ही मतदान करने की अपील की थी। साथ ही भविष्य में कांग्रेस के साथ अपना सियासी सफर भी शुरू करने की घोषणा की थी।
अपने जैविक पुत्र को राजनीति में स्थापित करने के लिए एनडी ति वारी ने भी खूब मशक्कत की, लेकिन बात नहीं बन पाई थी। राजनीति में कॅरिअर बनाने की उनकी यह इच्छा कभी बीजेपी, कभी सपा और कभी कांग्रेस से जुड़ने के असमंजस के बीच परवान नहीं चढ़ पाई।