पूरे देश के साथ ही हरिद्वार में भी माघ पूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। हिन्दू धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व है। शास्त्रों में माघ महीना भगवान विष्णु का माह माना जाता है, और इस माह को मासों का राजा भी कहा जाता है। इस अवसर पर गंगा स्नान करने को पुण्यकारक माना जाता है।
रविवार को धर्मनगरी हरिद्वार में माघ पूर्णिमा का स्नान करने के लिए सुबह से ही गंगा घाटों पर आना शुरू हो गया था। जिला प्रशासन और मेला पुलिस द्वारा माघ पूर्णिमा स्नान के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए है। हिन्दू मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा पर स्नान करने वाले जातकों को सुख-सौभाग्य और संतान सुख प्राप्त होता है।
माघ पूर्णिमा पर दान, हवन, व्रत और जप किए जाते हैं। इस पर्व के बार में पुराणों में कहा गया है जो इस अवसर पर गंगा में स्नान करता है, उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। आज के दिन गंगा स्नान करते समय मां गंगा के मन्त्र का जाप करना चाहिए। जिससे जातक को सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
रविवार को धर्मनगरी हरिद्वार में माघ पूर्णिमा का स्नान करने के लिए सुबह से ही गंगा घाटों पर आना शुरू हो गया था। जिला प्रशासन और मेला पुलिस द्वारा माघ पूर्णिमा स्नान के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए है। हिन्दू मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा पर स्नान करने वाले जातकों को सुख-सौभाग्य और संतान सुख प्राप्त होता है।
माघ पूर्णिमा पर दान, हवन, व्रत और जप किए जाते हैं। इस पर्व के बार में पुराणों में कहा गया है जो इस अवसर पर गंगा में स्नान करता है, उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। आज के दिन गंगा स्नान करते समय मां गंगा के मन्त्र का जाप करना चाहिए। जिससे जातक को सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।