दो साल बाद बिना किसी पाबंदी की शुरू हुई चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को ऐसा रैला उमड़ रहा है कि चारों धामों में तिल रखने की जगह नहीं बच रही। प्रतिदिन यात्रियों की संख्या तय करने के बाद सभी स्लॉट फुल हो गए हैं। स्लॉट फूल होने से हरिद्वार के दोनों केंद्रों पर यात्रियों का पंजीकरण बंद कर दिया गया है।
बदरीनाथ धाम के लिए 25 तक का स्लॉट फुल है और गंगोत्री, यमुनोत्री व बाबा केदारनाथ के लिए तो नौ जून तक इंतजार करना पड़ेगा। ऐसे में बड़ी संख्या में यात्रियों ने चारधाम यात्रा के प्रवेशद्वार हरिद्वार में ही डेरा डाल दिया है, जबकि कई लोग समय अभाव के कारण लौट गए।
तीन मई को उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा शुरू हुई थी। पहले ही दिन से बड़ी संख्या में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु यात्रा के लिए पहुंचने शुरू हो गए थे। पहले तो सरकार की ओर से हर रोज यात्रियों की संख्या सीमित करने को लेकर अलग-अलग दावे किए जाते रहे।
बदरीनाथ धाम के लिए 25 तक का स्लॉट फुल है और गंगोत्री, यमुनोत्री व बाबा केदारनाथ के लिए तो नौ जून तक इंतजार करना पड़ेगा। ऐसे में बड़ी संख्या में यात्रियों ने चारधाम यात्रा के प्रवेशद्वार हरिद्वार में ही डेरा डाल दिया है, जबकि कई लोग समय अभाव के कारण लौट गए।
तीन मई को उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा शुरू हुई थी। पहले ही दिन से बड़ी संख्या में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु यात्रा के लिए पहुंचने शुरू हो गए थे। पहले तो सरकार की ओर से हर रोज यात्रियों की संख्या सीमित करने को लेकर अलग-अलग दावे किए जाते रहे।