विराट कोहली ने भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी भी छोड़ दी है और अब वो किसी भी फॉर्मेट में भारतीय टीम की कमान नहीं संभालेंगे। साल 2015 में विराट भारत के नियमित टेस्ट कप्तान बने थे और 2022 में उन्होंने कप्तानी छोड़ी है। लगभग छह साल लंबे कप्तानी कैरियर में विराट ने कई मुकाम हासिल किए, जो कोई दूसरा भारतीय कप्तान हासिल नहीं कर पाया। वो टेस्ट में भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। वहीं विदेशों में भी उनका रिकॉर्ड शानदार है। विराट ने बतौर कप्तान 40 टेस्ट मैच जीते हैं और दुनिया के सबसे सफल कप्तानों की सूची में चौथे नंबर पर हैं।
विराट कोहली साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में पहली बार भारत के कप्तान बने थे। चार मैचों की इस सीरीज में विराट ने शुरुआती दो मैचों में कप्तानी की थी, लेकिन तीसरे मैच में टीम के नियमित कप्तान महेंन्द्र सिंह धोनी वापस आए। हालांकि धोनी ने बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलने के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके बाद विराट 2015 में भारत की टेस्ट टीम के नियमित कप्तान बने थे। पहली बार भारत की कप्तानी करते हुए विराट ने दोनों पारियों में शतक लगाया था, जबकि नियमित कप्तान बनने के बाद भी कोहली ने पहली पारी में शतक जड़ा था।
विराट ने पहली बार श्रीलंका के खिलाफ पूरी सीरीज में भारत की कप्तानी की थी। टीम इंडिया का नियमित टेस्ट कप्तान बनने के बाद यह विराट की पहली टेस्ट सीरीज थी। इस सीरीज के पहले मैच में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि इसके बाद भारतीय टीम ने शानदार वापसी की थी और तीन मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत हासिल की थी। इस सीरीज में भारत के तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया था। तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत ही भारत सीरीज में वापसी कर पाया था और बाकी दोनों मैच जीते थे।
विराट की कप्तानी में भारत की पहली घरेलू टेस्ट सीरीज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ थी। इस सीरीज में टीम इंडिया ने अफ्रीकी टीम को 3-0 से हराया था। दक्षिण अफ्रीका इस समय टेस्ट की नंबर एक टीम थी, लेकिन भारत ने नागपुर में अफ्रीका को हराने के साथ ही टेस्ट में नंबर एक का स्थान हासिल कर लिया था। चार मैचों की इस सीरीज का एक मैच ड्रॉ रहा था, जबकि बाकी के तीन मैच भारत ने जीते थे। रविचंद्रन अश्विन ने पूरी सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लिए थे और उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया था। वहीं रहाणे ने इस सीरीज की दोनों पारियों में शतक लगाया था।
2016 में भारत ने विराट कोहली की कप्तानी में वेस्टइंडीज का दौरा किया था और चार टेस्ट मैच की सीरीज में 2-0 से जीत हासिल की थी। सीरीज का पहला और तीसरा मैच भारत ने बड़े अंतर से जीता था, जबकि दूसरा और चौथा मैच ड्रॉ रहा था। विराट ने इस सीरीज में बल्ले से भी कमाल किया था और 62 के औसत से 251 रन बनाए थे। वहीं अश्विन इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। अश्विन ने बल्ले के साथ भी अच्छा योगदान दिया था और पूरी सीरीज में 58 से ज्यादा के औसत से 235 रन बनाए थे।