भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप के लिए तैयार है। डेडलाइन से पहले चयनकर्ताओं ने टीम में कुछ बदलाव करते हुए चोटिल जसप्रीत बुमराह की जगह मोहम्मद शमी को शामिल किया। वहीं, रिजर्व लिस्ट में भी दो नए खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। इनमें तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर शामिल हैं। इनके अलावा श्रेयस अय्यर और रवि बिश्नोई भी रिजर्व खिलाड़ियों की लिस्ट में हैं। टीम इंडिया अपने वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत 23 अक्तूबर को पाकिस्तान के खिलाफ मैच से करेगी। इससे पहले टीम 17 और 19 अक्तूबर को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ दो प्रैक्टिस मैच खेलेगी।
मोहम्मद शमी भी इन दोनों प्रैक्टिस मैच के लिए भारतीय टीम से ब्रिस्बेन में जुड़ चुके हैं। दोनों मैच ब्रिस्बेन के गाबा में खेले जाएंगे। शमी पिछले महीने ही कोरोना से उबरे हैं और उसके बाद से नेशनल क्रिकेट एकेडमी में फिटनेस पर काम कर रहे थे। हालांकि, उन्हें कोई मैच प्रैक्टिस नहीं मिली है। ऐसे में अभ्यास मैचों के जरिये उनकी फिटनेस को परखा जाएगा। कप्तान रोहित शर्मा शमी के फिट होने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं और उन्होंने कहा है कि एनसीए में शमी ने पूरी स्पीड के साथ गेंदबाजी की है।
अब यह देखने वाली बात होगी कि पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप के अपने पहले मैच में टीम इंडिया किस बॉलिंग कॉम्बिनेशन के साथ उतरती है। टीम मैनेजमेंट के पास फिलहाल दो विकल्प हैं। पहला कॉम्बिनेशन- मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह का हो सकता है। या फिर टीम मैनेजमेंट शमी को आराम देकर भुवनेश्वर और अर्शदीप के साथ हर्षल पटेल को खिला सकती है। हार्दिक पांड्या चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाएंगे। पिछले टी20 वर्ल्ड कप में हार्दिक के गेंदबाजी न करने से टीम इंडिया को परेशानी हुई थी। हालांकि, इस बार ऐसा नहीं है।
शमी पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप खेलने के बाद से एक भी टी20 अंतरराष्ट्रीय नहीं खेल पाए हैं। वह टी20 टीम से बाहर थे। सिर्फ इतना ही नहीं, पिछले एक साल में उन्होंने टीम इंडिया के लिए ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच भी नहीं खेले हैं। पिछली बार वह भारत के लिए जुलाई में खेले थे। तब टीम इंडिया इंग्लैंड के दौरे पर थी। पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद से शमी ने सिर्फ नौ अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और इसमें एक भी टी20 नहीं है। इस दौरान उन्होंने छह टेस्ट, तीन वनडे खेले हैं। नौ मैचों में उन्होंने 25 विकेट लिए हैं। 44 रन देकर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।
टी20 अंतरराष्ट्रीय में साल के आधार पर शमी का प्रदर्शन
साल |
मैच |
विकेट |
4w |
बेस्ट |
इकोनॉमी |
2014 |
4 |
5 |
0 |
38/3 |
8.93 |
2016 |
2 |
3 |
0 |
31/2 |
11.85 |
2017 |
1 |
0 |
0 |
46/0 |
15.33 |
2019 |
1 |
2 |
0 |
25/2 |
6.25 |
2020 |
4 |
2 |
0 |
32/2 |
9.56 |
2021 |
5 |
6 |
0 |
15/3 |
8.84 |
ओवरऑल |
17 |
18 |
0 |
15/3 |
9.55 |
शमी के लिए सबसे खास बात यह रही है कि टी20 अंतरराष्ट्रीय में जो 18 विकेट उन्होंने लिए हैं, उसमें से ज्यादातर विकेट उन्होंने विदेशी मैदान पर लिए हैं। शमी ने 16 विकेट विदेशी जमीन पर और दो विकेट सिर्फ भारतीय मैदान पर लिए हैं।
टी20 अंतरराष्ट्रीय में घरेलू और विदेशी मैदान पर शमी का प्रदर्शन
मैदान |
मैच |
विकेट |
5
विकेट |
बेस्ट |
इकोनॉमी |
घरेलू |
1 |
2 |
0 |
25/2 |
6.25 |
विदेशी |
16 |
16 |
0 |
15/3 |
9.78 |
ओवरऑल |
17 |
18 |
0 |
15/3 |
9.55 |
इसके अलावा शमी ने पिछले टी20 वर्ल्ड कप के बाद से 16 आईपीएल मुकाबले खेले हैं। उनकी टीम गुजरात टाइटंस हार्दिक पांड्या के नेतृत्व में आईपीएल चैंपियन भी बनी थी। पिछले टी20 वर्ल्ड कप के बाद शमी को टी20 स्क्वॉड से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए उन्हें 15 सदस्यीय टीम में नहीं चुना गया। उन्हें स्टैंडबाय रखा गया। शमी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया, लेकिन सीरीज से ठीक पहले वह कोरोना संक्रमित हो गए।