उधमपुर। मल्हाड़ इलाके में संदिग्ध परिस्थितियों में एक महिला का शव अपने घर में फंदे से झूलता पाया गया। जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। वहीं जिला अस्पताल में अंतिम संस्कार के लिए शव लेने आए मृतका के मायके वालों ने सुसराल वालों पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मायके पक्ष के लोगों का कहना था कि निशा देवी (34) की शादी पंद्रह साल पहले रामपाल से हुई थी। शादी को कई साल बीत जाने के बाद भी बच्चे नहीं होने के कारण उसका पति उसे छोड़कर दूसरी शादी करना चाह रहा था। इस बीच उन्होंने एक बच्ची को भी गोद लिया, लेकिन इसके बाद भी रामपाल ने दूसरी शादी की जिद नहीं छोड़ी। इस बात को लेकर उसका पति प्रताड़ित करता था। निशा को कहीं भी आने-जाने नहीं देता था। निशा के पिता सुरम चंद, रिश्तेदार गिरदारी लाल शर्मा व अन्य ने कहा कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या की गई है। आत्महत्या का रंग देने के लिए इलाके के सरपंच को फोन करके निशा की हालत खराब होने की जानकारी देकर घर बुलाया। सरपंच के मुताबिक जब वह निशा के घर पहुंचा तब वह फर्श पर पड़ी थी। गिरदारी लाल ने कहा कि जानकारी के मुताबिक इस घटना के समय दरवाजा अंदर से खुला हुआ था। अगर उसने आत्महत्या की होती, तो दरवाजा अंदर से बंद होता। इसलिए उनकी मांग है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांचकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं पुलिस की मौजूदगी में पोस्टमार्टम होने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए मायके वालों को सौंप दिया गया। देविका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
उधमपुर। मल्हाड़ इलाके में संदिग्ध परिस्थितियों में एक महिला का शव अपने घर में फंदे से झूलता पाया गया। जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। वहीं जिला अस्पताल में अंतिम संस्कार के लिए शव लेने आए मृतका के मायके वालों ने सुसराल वालों पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मायके पक्ष के लोगों का कहना था कि निशा देवी (34) की शादी पंद्रह साल पहले रामपाल से हुई थी। शादी को कई साल बीत जाने के बाद भी बच्चे नहीं होने के कारण उसका पति उसे छोड़कर दूसरी शादी करना चाह रहा था। इस बीच उन्होंने एक बच्ची को भी गोद लिया, लेकिन इसके बाद भी रामपाल ने दूसरी शादी की जिद नहीं छोड़ी। इस बात को लेकर उसका पति प्रताड़ित करता था। निशा को कहीं भी आने-जाने नहीं देता था। निशा के पिता सुरम चंद, रिश्तेदार गिरदारी लाल शर्मा व अन्य ने कहा कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या की गई है। आत्महत्या का रंग देने के लिए इलाके के सरपंच को फोन करके निशा की हालत खराब होने की जानकारी देकर घर बुलाया। सरपंच के मुताबिक जब वह निशा के घर पहुंचा तब वह फर्श पर पड़ी थी। गिरदारी लाल ने कहा कि जानकारी के मुताबिक इस घटना के समय दरवाजा अंदर से खुला हुआ था। अगर उसने आत्महत्या की होती, तो दरवाजा अंदर से बंद होता। इसलिए उनकी मांग है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांचकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं पुलिस की मौजूदगी में पोस्टमार्टम होने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए मायके वालों को सौंप दिया गया। देविका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।